फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ के प्रजापिता ब्रहमकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय 45वें निर्वाण दिवस अनुभूति कार्यक्रम का उदघाटन गुरुवार को मुख्य अतिथि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंकित अग्रवाल ने किया। उन्होंने कहा कि बाबा ने विश्व को आध्यात्मिक शक्ति प्रदान की है।
मुख्य अतिथि ने कहा कि मनुष्य की आध्यात्मिक चेतना जाग्रत होने पर ही वह विकास के पथ पर अग्रसर होता है। उन्होंने कहा कि धर्म हमेशा एक ही बात सिखाता है कि न्यायप्रिय एवं जनप्रिय काम करो और अनीति एवं दुव्र्यसन से दूर रहें। पाप और पुण्य को जानने वाला मनुष्य अपराध से कोसों दूर रहता है। सिटी मजिस्ट्रेट प्रभुनाथ ने कहा कि जीवन को सुंदर ढंग से जीने के लिए परिवार में राजयोग की नितांत आवश्यकता है। केंद्रीय कारागार अधीक्षक यादवेन्द्र शुक्ल ने कहा कि ब्रहमकुमारी की बहने आज बाबा के पदचिन्हों पर चलकर देश-विदेश में हजारों नर-नारियों को अच्छी दिशा देकर समाज का उत्थान कर चुके हैं। जेल विजिटर मनमोहन मिश्रा ने कहा कि अगर अपने मन को शुद्ध रखना है तो ब्रहम बाबा के जीवन कहानी को पढ़ लो सब कुछ मिल जाएगा।
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केंद्र संचालिका बीके सुमन ने कहा कि हमारा यह केंद्र नर और नारी को गुणों को तरासने का मुख्य बिंदु है। समाज में जिस नारी को अबला माना जाता था उस नारी को राजयोग द्वारा सबला बनाकर परिवार संभालने वाली एक आदर्श एवं कुशलता की कला सिखाकर शक्तिशाली बनाया। समाज में युवा पीढ़ी के गिरते हुए स्तर में परिवर्तन लाने हेतु उनको सच्चे मार्ग पर अग्रसर होने की दिशा निर्देशित श्रेष्ठ बनाया है। केंद्र संचालिका ने कहा कि समाज को श्रेष्ठ बनाने का कार्य अब भी अविरल गति से केंद्र पर चल रहा है। पूर्व विधायक महरम सिंह व ब्रजकिशोर सिंह किशोर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर बीके श्यामभाई, जयदेव भाई, विजय, राधा, दिवाकरनंद दुबे, उर्मिला सिंह, राधिका, मीरा, राजवीर व बीरवल उपस्थित रहे।
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