यूपी में मनरेगा घोटाला: फौजी से लेकर जेल में बंद कैदी तक जॉब कार्ड धारक

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फर्रुखाबाद: यूपी में मनरेगा घोटाले में नए नए नमूने देखने को मिलते है| यहाँ जेल में सजा काट रहे कैदी से लेकर सीमा पर तैनात फौजियों के नाम से भी जॉब कार्ड बनाकर प्रधान और अधिकारी सरकारी धन लूट रहे है| पिछले दिनों कमालगंज ब्लाक में जेल में बंद कैदी का जॉब कार्ड बनाकर लाखो रुपये गबन कर लेने का मामला पकड़ में आ चुका है| नए मामले में फर्रुखाबाद जनपद के नवाबगंज ब्लाॅक के कुरार गांव में मनरेगा जाॅबकार्ड में घोटाला करने की बात सामने आई है। जनप्रतिनिधि अवैध रूप से जनता का हजारों रुपए डकार रहे हैं। ग्राम पंचायत अधिकारी और आला अफसरों की मिलीभगत से यह खुला खेल जारी है। मजे की बात ये है कि फौज और दिल्ली में नौकरी करने वालों के नाम मनरेगा जाॅबकार्ड की सूची में दर्ज हैं। यही नहीं एक दर्जन से अधिक लोगों के डबल जाॅबकार्ड बनाए गए हैं।

न्वाबगंज ब्लाॅक की ग्राम पंचायत कुरार निवासी देशराज, वीरपाल, संतोष कुमार, यादराम, अनार सिंह, प्रेमपाल, ओमकार, बालटटर, रामदास, मोतीराम, राजेन्द्र, सौदान सिंह, मोतीलाल आदि ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को भेजे प्रार्थना पत्र मय शपथपत्र देकर अवगत कराया है कि उनकी ग्राम पंचायत में मनरेगा जाॅबकार्ड में जबरदस्त घोटाला किया जा रहा है। ग्राम पंचायत अधिकारी, प्रधान और बैंक मैनेजर की मिलीभगत से जनता का पैसा अवैध रूप डकारा जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि फौज और दिल्ली में नौकरी करने वालों के नाम मनरेगा जाॅबकार्ड जारी किए गए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि मिस्टर सिंह पुत्र नेत्रपाल सिंह भारतीय सेना में नौकरी कर रहे हैं। इनका नाम मनरेगा सूची में 398 क्रमांक पर अंकित है। यही नहीं 12 लोगों के नाम से डबल जाॅबकार्ड बनाए गए हैं। इसके अलावा 15 लोग दिल्ली में मजदूरी कर रहे हैं ग्रामीणों का आरोप है कि वर्ष 2010 में वोट बढ़वाने के नाम पर दो फोटो व राशन कार्ड की फोटोकापी प्रधान के पति ने जमा करवा ली थी। फर्जी तरीके से मनरेगा मजदूरों का पैसा निकाल कर हड़प किया जा रहा है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि प्रधान के पति ने अपने सगे भाइयों के अलावा परिवार के अन्य लोगों के नाम से मनरेगा जाॅबकार्ड बनाए हैं। ग्रामीणों ने स्थलीय निरीक्षण एवं जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है।

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जांच कराई जाएगी-उपायुक्त मनरेगा
फर्जी मनरेगा जाॅबकार्ड बनाकर सरकारी धन हड़पने की बात उनके संज्ञान में नहीं थी। यदि इस तरह का कोई खेल किया जा रहा है तो इसकी जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। – जे पी यादव, जिला उपायुक्त मनरेगा