फर्रुखाबाद : टेंडर न बिकने से नगर पालिका में लगभग ढाई करोड़ के काम एक बार फिर लटक गये हैं।वहीँ कमीशन को लेकर सौदा पट न पाने के कारण ठेकेदार टेंडर लेने से कतरा रहे है|
तत्कालीन जिलाधिकारी मुथु कुमार स्वामी के अर्धशासकीय पत्र के आधार पर शासन ने नगर पालिका फर्रुखाबाद के अधिशासी अधिकारी आरडी बाजपेयी को निलंबित कर दिया था। इसके बाद से अपर जिलाधिकारी के पास ही नगर पालिका के ईओ का चार्ज है। लगभग पांच माह के निलंबन के पश्चात ईओ के विगत माह बहाल किया गया है, लेकिन अभी उनकी तैनाती का आदेश नहीं हो सका है। सूत्रों के अनुसार पुराने ईओ से सेटिंग के चलते ठेकेदार एडीएम के कार्यकाल में कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। यही कारण है कि नगर पालिका में लगभग ढाई करोड़ की लागत के 27 कार्यो के लिए दूसरी बार भी कोई टेंडर नहीं बिका। इनमें से 9 काम पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि के भी शामिल हैं।
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जिलाधिकारी पवन कुमार ने 11वें वित्त आयोग की धनराशि से पूर्व जिलाधिकारी के कार्यकाल की साढ़े तीन करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को भी स्वीकृति प्रदान कर दी है। वर्ष 2012-13 में 11वें वित्त आयोग की धनराशि से 3 करोड़ 57 लाख 48 हजार रुपये के कार्यो को बिना डीएम की स्वीकृति के तत्कालीन एडीएम ने स्वीकृति प्रदान कर दी थी। जिन्हें शिकायत मिलने के बाद रोक दिया गया था। इन परियोजनाओं में नलकूपों के ‘आटोमाइजेशन’ के अलावा कूड़ा उठाने व सीवर सफाई के लिये विभिन्न उपकरणों व वाहनों की खरीद भी शामिल है।