इटावा: सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कानून-व्यवस्था सुधारने की नसीहत दी। सैफई महोत्सव के पंडाल में सोमवार को पंच एवं सहकारिता सम्मेलन के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश में अधिकारियों का रवैया बहुत खराब है। जनता की समस्या हल करना तो दूर उनकी फाइलों को हाथ तक नहीं लगा रहे। इसके लिए डीएम व एसपी स्तर के अधिकारियों पर शिकंजा कसना होगा। अखिलेश प्रदेश में 10-15 ऐसे बड़े अधिकारियों को सस्पेंड कर दो, तभी हालात सुधरेंगे। लोगों से कहा कि पिछले चुनाव में तुम्हारी साइकिल गलियों में दिखती थी, इस बार कहां चली गई। अखिलेश की ओर इशारा किया कि युवा तो मुख्यमंत्री बन गए हमारा क्या होगा। इस बार जिता दो, आखिरी मौका है। मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सीटें तो बढ़ा लेगें लेकिन अकेले सरकार कैसे बनाएंगे।
अपने मुख्यमंत्रित्व काल का हवाला देते हुए मुलामय बोले कि उन्होंने बांदा, प्रतापगढ़ और बाराबंकी में एक साथ तीन जिलाधिकारियों को सस्पेंड किया जिसके बाद अधिकारी उनसे डरते थे। सैफई पीजीआई का जिक्र करते हुए कहा कि यहां तक भ्रष्टाचार की जड़ें पहुंच चुकी हैं। उन्हें सूचना मिली है बाहर से दवाईयां खरीदने के लिए कहा जा रहा।
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मुलायम जिस समय अखिलेश यादव को नसीहत दे रहे थे तभी ठीक पंडाल से इटावा, औरैया और कानपुर देहात के जिलाधिकारियों को हटाने की मांग हुई। इसके बाद मुलायम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोग उन्हें लिखित में शिकायत पत्र दें, सरकार न कर पाई तो वह अधिकारियों को ठीक कर देंगे। मंत्रियों और नेताओं को नसीहत देते हए कहा कि वह सत्ता के गुमान में न रहें। आज लोग भले ही गांव में खेती कर रहे हों लेकिन अपने नेताओं के आचरण के बारे में सब जानते हैं। नेता जनता के सामने आदर्श प्रस्तुत करें जिससे उन्हें बाद में परेशानी का सामना न करना पड़े।