नई दिल्ली। कांग्रेस में राहुल ब्रिगेड की सदस्य मानी जाने वालीं तेजतर्रार युवा नेता अलका लांबा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। 20 साल तक कांग्रेसी रहीं अलका लांबा ने अब भारतीय राजनीति की नई सनसनी आम आदमी पार्टी में शामिल होने की इच्छा जताई है। इसके लिए उन्होंने एएपी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव से भी मुलाकात की है, हालांकि एएपी की ओर से उनकी सदस्यता के बारे में कुछ नहीं कहा गया है।
अलका लांबा ने खुद ट्वीट कर ये जानकारी दी कि 20 साल बिताने के बाद अब कांग्रेस को अलविदा कहने का वक्त आ गया है। उन्होंने ये भी ट्वीट किया कि जिनके लिए अभी तक गाली खाई (यानी कांग्रेस) वो कोई और नहीं मेरे अपने ही थे और जिनसे गाली खाई(यानी एएपी) वो मेरे अपने से लगते हैं।
अलका लांबा 1995 में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की अध्यक्ष बनने के बाद चर्चा में आई थीं। दो साल बाद उन्हें कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया। वे महिला कांग्रेस, दिल्ली कांग्रेस और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में कई प्रमुख पदों पर रहीं। लेकिन अब उन्होंने कहा है कि कांग्रेस में कुछ लोग हैं जो बंद दरवाजों के अंदर फैसला ले लेते हैं लेकिन आम आदमी पार्टी कोई भी निर्णय लेने से पहले जनता से संवाद करती है। मैं योगेंद्र यादव से मिली हूं और मैंने आप को समर्थन की इच्छा जताई है।
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अलका लांबा ने कहा कि मैंने 20 साल कांग्रेस को दिए लेकिन 20 साल में लगता रहा कि कुछ न कुछ कमी है और जमीन से जुड़ाव में कमी है। सोनिया जी से राहुल जी से भी कहा, पत्र लिखकर बताया कि क्या हालात हैं और क्या आने वाले समय में हो सकते हैं लेकिन किसी ने बुलाकर बात करना भी जरूरी नहीं समझा। आज मुट्ठी भर लोगों के बीच में पार्टी रह गई थी और बंद कमरे में फैसले हो रहे थे। आप पार्टी ने ऐसा नहीं किया।