KAMALGANJ (FARRUKHABAD) : जनपद में पीड़ितों को न्याय दिलाने व अपराधियों को कानून का पाठ पढ़ाने के लिए भले ही पुलिस प्रशासन तैनात हो लेकिन जनता को न्याय पाने के लिए पुलिस को नगद भुगतान भी करना पड़ रहा है। ऐसा ही कमालगंज क्षेत्र के ग्राम अमानाबाद में हुआ। जहां पर अमानाबाद निवासी गुड्डी पत्नी रामकिशन ने आरोप लगाया है कि उसकी पुत्री को 29 नवम्बर को एक गांव का ही युवक कहीं ले गया। जिसकी बरामदगी के लिए थाने के ही दो सिपाहियों ने उससे एक हजार रुपये ले लिये लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की।
महिला गुड्डी देवी के द्वारा दी गयी तहरीर में कहा गया है कि उसकी पुत्री पूजा 29 नवम्बर को अमानाबाद घर से कमालगंज अपनी छोटी बहन संध्या के साथ दवा लेने के लिए गयी थी। पूजा ने छोटी बहन संध्या को अस्पताल में ही बैठा दिया और कहा कि वह बाहर की दवा लेकर आ रही है। लेकिन काफी समय बाद भी संध्या के पास वापस नहीं पहुंची तो उसने परिजनों को सूचना दी। काफी खोजवीन करने के बाद 3 दिसम्बर को थाना कमालगंज में तहरीर दी गयी।
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जिसमें गुड्डी द्वारा कहा गया कि छोटी पुत्री संध्या के अनुसार मनोज शाक्य पुत्र रामऔतार मूल निवासी जीरागौर, हाल निवासी अमानाबाद भी अस्पताल में मौजूद था। गुड्डी ने मनोज व उसके परिजनों के खिलाफ पुत्री को बहला फुसलाकर भगा ले जाने की रिपोर्ट दर्ज करायी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की और दो पुलिसकर्मी पीड़ित के घर पर गये और एक हजार रुपये सुविधाशुल्क के नाम पर ले आये। जिसके बाद भी कोई न्याय नहीं मिला तो रामशन की पत्नी गुड्डी पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची। लेकिन फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। सोमवार को दोबारा एसपी दरबार में गुहार लगायी तो थाना कमालगंज को कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं। थानाध्यक्ष ने गुड्डी को आश्वासन दिया कि वह छुट्टी पर गये थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही करके दोषियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया जायेगा।