FARRUKHABAD : जनपद में पुलिस की वसूली कोई नई नहीं है। बिना रजिस्ट्रेशन, बिना डीएल, बिना परमिट के ओवर लोडिड ट्रक मात्र 20 रुपये लेकर पुलिस निकाल रही है। यह भी कोई नई बात नहीं है। 20 रुपये प्रति गाड़ी लेकर थाना चौकियों से बालू खनन की गाड़ियां निकाली जा रही हैं। इसके अलावा 20 रुपये लेकर ही सुबह से शाम तक टेंपो चालकों को तिरछा बेड़ा खड़ा करने की छूट भी पुलिस द्वारा ही दी जा रही है। 20 रुपये देकर ही टेंपो चालक हो या फिर चार पहिया वाहन नो इन्ट्री में भीड़ भरे बाजार में जा सकता है। पुलिस का यह 20 रुपये का खेल सारी कानून व्यवस्था व अधिकारियों के निर्देशों को धता बता रहा है।
पुलिस की हकीकत जनता व अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए जेएनआई ने एक नमूना भर दिखाया है। जेएनआई रिपोर्टर के अनुसार घटियाघाट चौकी, लालगेट, आईटीआई पर पिकेट ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी मात्र 20 रुपये की खातिर वाहन चालकों को कुछ भी करने की छूट देते हैं। ट्रक चालक अपने वाहनों से 5 फिट ऊंचाई व इधर उधर तक त्रिपाल लगाकर ओवरलोडिंग करके वाहनों को ले जा रहे हैं। लेकिन पुलिस इन ट्रक चालकों के ट्रकों में भरे सामान को चेक न करके मात्र 20 रुपये लेकर इन्हें खुली छूट दे रही है।
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ऐसा ही हाल जनपद में टेंपो चालकों का है। पुलिस द्वारा टेंपो चालकों से 20 रुपये लेकर नो इन्ट्री में भी प्रवेश दिया जा रहा है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन व भोलेपुर में पुलिस द्वारा टेंपो चालकों से प्रति दिन 20 रुपये लिये जाते हैं। जिसके बाद टेंपो चालक चाहे खचाड़ा टेंपो चलायें, सवारियां खचा खच भरें अथवा आड़े तिरछे टेंपो कहीं पर खड़े करके जाम लगायें। सब कुछ पुलिस फटी आंखों से देखती रहती है।
जाहिर सी बात है कि पुलिस के 20 रुपये पर उच्चाधिकारियों के निर्देशों पर पानी फिर रहा है। ऐसा नहीं है कि वर्षों से चले आ रहे पुलिस के इस खाऊ कमाऊ नीति को उच्चाधिकारी जानते नहीं हैं। सबकुछ जानते हुए भी कानून की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं, जो आगे भी थमने वाला दिखायी नहीं देता।