नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित गुरुवार को आईबीएन7 पर थीं और जनता के सवालों के जवाब दे रही थीं। इस दौरान शीला ने कहा कि त्रिशंकु विधानसभा उभरने की दशा में वह गठबंधन की संभावना से इनकार नहीं कर रही हैं। हालांकि बाद में उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ही दिल्ली में बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।
दिल्ली में अगर कांग्रेस, बीजेपी या आम आदमी पार्टी किसी को भी बहुमत नहीं मिले तो क्या होगा। सीएनएन-आईबीएन और आईबीएन7 के एडिटर इन चीफ राजदीप सरदेसाई ने यही सवाल मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से पूछा। शीला ने किसी राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी की तरह साफ कहा कि कांग्रेस सभी विकल्प खुले रखेगी। हम किसी संभावना को खारिज नहीं करते।
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शीला का बयान आते ही अरविंद केजरीवाल भी मौका ना छोड़ते हुए चर्चा में कूद गए। केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘कांग्रेस ने चुनाव से पहले अपनी हार स्वीकार कर ली है। हम किसी भी कीमत पर कांग्रेस के साथ गठबंधन स्वीकार नहीं करेंगे।’
केजरीवाल के ट्वीट के जवाब में गुरुवार देर रात शीला दीक्षित के दफ्तर से बयान आया कि कांग्रेस अपने दम पर दिल्ली में सरकार बनाएगी। दरअसल शीला को एहसास हो गया था कि आम आदमी पार्टी उनके ‘सभी विकल्प खुले रखने’ वाले बयान को अपने हक में इस्तेमाल कर रही है। जिससे संदेश गलत जा रहा है। लिहाजा शीला ने बयान जारी करके बात संभालने की कोशिश की।