FARRUKHABAD : जनपद में लोगों की अनशन करने की शौक कहें या प्रशासन की ढिलाई। लगातार जिला पूर्ति कार्यालय के बाहर अनशनकारियों की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले तीन दिनों से राजेपुर सरायमेदा निवासी एनुल हसन का अनशन, सोमवार से शुरू किया गया मोहम्मद अहसन का अनशन, 21 दिनों से अनशन पर बैठे बाबू सिंह का अनशन और अब बाबू सिंह के साथ में क्षत्रिय महासभा ने भी अनशन में भाग लेकर यह तो दर्शा ही दिया कि बिना अनशन कुछ होने वाला नहीं है।
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने मुजफ्फर नगर दंगों की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर 21 दिनों से अनशन पर बैठे बदनपुर निवासी बाबू सिंह से भेंट की और उनके अनशन में भागेदारी की। इस दौरान क्षत्रिय महासभा ने भी कहा कि मुजफ्फर नगर के दंगों की सीबीआई जांच हो और पीड़ित परिवार को यथोचित न्याय मिले। बाबू सिंह की मांगें उचित हैं। दंगा पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनशील होना व अनशन पर बैठना निश्चय ही सराहनीय है। क्षत्रिय महासभा ने बाबू सिंह की तबियत खराब होने पर भी चिंता जाहिर की। वहीं क्षत्रिय महासभा ने यह भी घोषणा की कि बाबू सिंह के अविलम्ब अनशन समाप्ति के बाद वह भी आंदोलन में सहभाग करेंगे।
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भेंट करने वालों में अनिल प्रताप सिंह, राम बहादुर सिंह, ओमेन्द्र सिंह, देवेन्द्र सिंह, महेन्द्र विक्रम सिंह, देवेन्द्र राठौर, मुकेश सिंह राठौर आदि मौजूद रहे।