श्रीनगर: कश्मीर की हसीन वादियों के बीच हैदर की शूटिंग के लिए आए शाहिद कपूर और फिल्म निदेशक को इतवार को कश्मीर विश्वविद्यालय में न सिर्फ भारत विरोधी नारेबाजी सुननी पड़ी, बल्कि अपना बोरिया बिस्तर भी समेटना पड़ा। क्योंकि उन्होंने वहां सेट पर तिरंगा लहराया था और जयहिंद का नारा देते हुए सीन फिल्माने का प्रयास किया था।
हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को छात्रों पर लाठीचार्ज भी करना पड़ा। दो छात्रों को हिरासत में भी लिया गया। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने पूरी फिल्म यूनिट को परिसर से सुरक्षित बाहर निकाला। फिलहाल, शूटिंग का आज का शेड्यूल रद हो गया।
गौरतलब है कि बालीवुड के निर्माता निर्देशक विशाल भारद्वाज बीते 20 दिनों से कश्मीर में अपनी फिल्म हैदर की शूटिंग कर रहे हैं। शेक्सपियर के प्रसिद्ध नाटक हैमलेट को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कश्मीर की परिस्थितियों के आधार पर फिल्म की कहानी बुनी है और इसमें मुख्य किरदार शाहिद कपूर निभा रहे हैं।
कश्मीर विश्वविद्यालय से एक छात्र ने फोन पर बताया कि आज सुबह सवेरे ही नसीम बाग में फिल्म की शूटिंग के लिए एक सैन्य शीविर का सेट लगाया गया था। फिल्म यूनिट के लोग भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वहां पहुंच गए।
परिसर के भीतर स्थित विभिन्न छात्रावासों में रह रहे छात्र भी वहां पहुंच गए। उन्होंने शूटिंग पर एतराज जताया। लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने उन्हें किसी तरह शांत कर दिया। इसी दौरान फिल्म अभिनेता इरफान खान ने सिगरेट अथवा सिगार जलाया तो छात्रों ने इसका भी विरोध किया और कहा कि परिसर स्मोक फ्री है। खान ने सिगरेट बुझा दी। इसके बाद वहां तिरंगा लहराया जाने लगा, तो छात्र पूरी तरह उत्तेजित हो गए। उन्होंने कैंपस में तिरंगा लहराए जाने व जयहिंद का नारा दिए जाने पर एतराज जताया। इस पर उनकी वहां फिल्म यूनिट के कुछ सदस्यों से बहस भी हो गई। लेकिन स्थिति को जल्द ही संबधित लोगों ने संभाल लिया।
इस बीच, पुलिस ने दो छात्रों को हिरासत में ले लिया और जैसे ही यह खबर फैली, अन्य छात्र पूरी तरह उत्तेजित हो गए। उन्होंने फिल्म यूनिट को चारों तरफ से घेरते हुए भारत विरोधी और पाकिस्तान व आजादी समर्थक नारे लगाए, उन्होंने सेट पर भी तोड़-फोड़ शुरु कर दी।
वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने छात्रों को हिंसक होते देख उन्हें खदेड़ने के लिए लाठियों का सहारा लिया। इसके बाद वहां पुलिस और छात्रों के बीच हिंसक झड़पें होने लगी, जिनके बीच फिल्मू यूनिट को उसके साजो-सामान समेत बड़ी मुश्किल से पुलिस ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए कैंपस में व्यवस्था बहाल की और दो छात्रों को हिरासत में भी ले लिया। लेकिन इन छात्रों को देर शाम गए विश्वविद्यालय प्रशासन के आग्रह पर रिहा कर दिया गया।
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हालांकि कश्मीर विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी शौकत शफी और रजिस्ट्रार बार बार प्रयास किए जाने के वाबजूद उपलब्ध नहीं हो पाए। लेकिन नगीन पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कैंपस में हैदर की शूटिंग को लेकर हुए हंगामे की पुष्टिं करते हुए कहा कि छात्रों ने उत्तेजक नारेबाजी की। उन्होंने सेट को नुक्सान पहुंचाते हुए फिल्म यूनिट के साथ भी धक्का-मुक्की का प्रयास किया था। इसलिए हमें उन्हे खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। दो छात्रों को भी हिरासत में लिया गया है।
इस बीच, प्रतिबंधित कश्मीर यूनीवर्सिटी स्टुडेंट्स यूनियन (कूसू) के एक पदाधिकारी ने कहा कि यूनीविर्सटी प्रशासन को परिसर के भीतर फिल्म शूटिंग और भारतीय ध्वज को लहराने की अनुमति देने के लिए क्षमा मांगनी चाहिए।