नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी स्टिंग ऑपरेशन से घेरे में आए शाजिया इल्मी और कुमार विश्वास पर लगे आरोपों के बचाव में खुलकर सामने आ गई है। पार्टी की तरफ से कहा गया है कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है और जो नेता फंसाए गए हैं वो साजिश के शिकार हुए हैं। फिलहाल उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी।
आम आदमी पार्टी के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि हम 24 घंटे के अंदर निर्णय बताएंगे ये कहा था। हमें अपना साथियों के साथ बातचीत करनी थी और हमने आशा की थी कि वो हमें रॉ फुटेज देंगे। हमने चिट्ठी लिखी थी। हमने दोपहर तीन बजे तक इंतजार किया, वो समय सीमा भी निकल गई। अनुरंजन ने कहा कि वो फुटेज नहीं देंगे। खबर आ रही है कि वो फुटेज इलेक्शन कमीशन को दिया है। योगेंद्र यादव ने कहा कि इस सीडी में बातचीत के अंश को काटकर दिखाया गया है। जो बोला जा रहा है, ट्रांस्कृप्ट में अंतर है। इस सीडी के आधार पर किसी उम्मीदवार के खिलाफ कार्रवाई करना न्यायपूर्ण नहीं है। वहीं प्रशांत भूषण का कहना है कि मीडिया सरकार और जिन चैनलों ने इसे प्रसारित किया है उसके खिलाफ क्रिमिनल डिफेमेशन का सूट फाइल किया जाएगा। चुनावी प्रचार के दौरान ये सीडी आना। हम चुनाव आयोग को ज्ञापन देंगे। चुनाव आयोग से अनुरोध करेंगे कि सख्त कार्रवाई करे।
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उधर, मीडिया सरकार के अनुरंजन झा ने रॉ फुटेज देने से इनकार कर दिया है। झा का कहना है कि ऐसी कोई परिपाटी नहीं है कि जिस पर आरोप लगे हों उसे ही रॉ फुटेज दिया जाए। झा ने कहा कि रॉ फुटेज किसी संवैधानिक संस्था को देने को तैयार हैं, लेकिन आप को नहीं। इसके बाद मीडिया सरकार ने पूरी फुटेज चुनाव आयोग को सौंप दी। उन्होंने कहा कि ये तो दोहरी बात है खुद ही कातिल खुद ही मुंशिफ। अनुरंजन ने कहा कि मुझे सुबह से ही आप के लोगों के धमकी भरे फोन आ रहे हैं। आप कहता है कि 24 घंटे में फैसला ले लेंगे। इसकी प्रक्रिया आप को पता है। फोरेंसिक लैब में ये तय होता है। आम आदमी को मैं टेप नहीं दूंगा। उनको जो कानूनी कार्रवाई करनी है करें। हम भी उसी तरीके से जवाब देंगे।
योगेंद्र यादव ने कहा कि हमें टेप न देने से स्टिंग करने वालों की मंशा पर शक होता है। टेप के साथ छेड़छाड़ की गई है। टेप को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। सीडी जारी करते समय मीडिया सरकार ने दावा किया था कि वह ऐसा देश हित में सच्चाई उजागर करने के लिए कर रहे हैं, अगर ऐसा है तो उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वे मूल रिकॉर्डिंग सार्वजानिक करें। अगर वे ऐसा करने से इंकार करते हैं तो यह साबित हो जाएगा कि मीडिया सरकार कुछ छिपा रहा है और इन टेपों से छेड़खानी की गई है और ये सीडी आम आदमी पार्टी को बदनाम करने का एक षड्यंत्र भर है।
वहीं बीजेपी नेता वैंकेया नायडू आम आदमी पार्टी के नेताओं की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। जबकि शाहनवाज हुसैन का कहना है कि वो दौलतमंद पार्टी है डॉलर पार्टी है वो पैसा कमाने के लिए आए हैं। नौकरी छोड़-छोड़ के सभी पैसा कमाने आए हैं।