KAMALGANJ (FARRUKHABAD) : विकासखण्ड कमालगंज क्षेत्र के ग्राम राजेपुर सरायमेदा में फर्जी पैगामे हक मुस्लिम माइनारिटी एजूकेशन सोसाइटी के फर्जीबाड़े व छात्रवृत्ति घोटाले की जांच के बाद अब तक कार्यवाही न किये जाने से आरटीआई एक्टिविस्ट एवं रिटायर्ड शिक्षक एनुल हसन ने जिलाधिकारी व सिटी मजिस्ट्रेट को पत्र सौंपकर आरोप लगाया है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की साठगांठ के कारण कार्यवाही नहीं की गयी है। इस सम्बंध में एनुल हसन ने बताया कि 23 नवम्बर से वह दोबारा अनशन पर बैठेंगे और जब तक फर्जी मदरसा संचालक एवं दोषियों पर कार्यवाही नहीं होगी तब तक अनशन समाप्त नहीं करेंगे।
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जिलाधिकारी को सौंपे पत्र में एनुल हसन ने कहा है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की साठगांठ से कोई कार्यवाही नहीं की गयी। कई बार अनशन पर बैठने के बाद अधिकारियों ने कार्यवाही का आश्वासन देकर अनशन तुड़वा दिया। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। पैगामे हक मुस्लिम माइनारिटी एजूकेशन सोसाइटी की कुछ मान्यतायें निरस्त की जा चुकी हैं और कुछ निरस्त होना बाकी हैं। अधिकारीगण कई बार आश्वासन दे चुके हैं कि कार्यवाही पूर्ण की जायेगी। परन्तु प्रलोभन के दबाव में एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है। जबकि जो मान्यतायें निरस्त की गयी हैं उनका फर्जीवाड़ा पूर्णतः उजागर हो चुका है।
उन्होंने कहा कि 23 नवम्बर से वह जिला मुख्यालय पर दोबारा अनशन पर बैठेंगे और जब तक फर्जी मदरसा प्रबंधक के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जायेगी तब तक वह अनशन नहीं तोड़ेंगे।
डीएम से उन्होंने शिकायत की कि फर्जी मदरसा संचालक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मोहम्मद अहसन तथा उनके पुत्र सम्बंधित सोइसाइटी के प्रबंधक द्वारा उन्हें धमकाया जा रहा है कि उन पर हरिजन एक्ट का मुकदमा लगाकर फंसा दिया जायेगा या फिर सड़क हादसे में उनकी हत्या कर दी जायेगी। जिससे उन्होंने सुरक्षा की भी गुहार लगायी है।