FARRUKHABAD : कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्रनाथ कटियार की पुत्रवधू के गर्भ में बच्चे की मौत हो जाने के बाद सिटी अस्पताल के चिकित्सकों पर मुकदमा दर्ज किया गया था तो वहीं सिटी मजिस्ट्रेट के आदेश से जमीन में दफन किये गये शिशु को पुनः निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम करने में स्वास्थ्य विभाग ने 9 घंटे की हीलाहवाली की और आखिर तकरीबन शाम साढ़े 10 बजे शिशु का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
दोपहर तकरीबन 3 बजे पंचनामा भरकर नायब तहसीलदार न्यायिक संजय कुमार के सामने शव को चार फीट गहरी कब्र से खोदकर बाहर निकाला गया था और पुलिस अधिकारियों की देखरेख में पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। लेकिन पूरे मामले में हीला हवाली चलती रही। पहले डाक्टरों का जो पैनल नियुक्त किया गया था उस पैनल को बदलकर दूसरा पैनल लगाने की बात सामने आयी। जिसको शिशु के पिता विजय कटियार ने मना कर दिया। कुछ समय बाद मुख्य चिकित्साधिकारी भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और कागजी कार्यवाही के चक्कर में फंसाकर शिशु के परिजनों को चकरघिन्नी बनाया गया।
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तीन बजे से लेकर देर शाम तकरीबन साढ़े 10 बजे शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम दो डाक्टरों के पैनल डा0 वीवी पुष्कर व डा0 कैलाशचन्द्र ने किया और शव को परिजनों के सुपुर्दगी में दे दिया गया।