नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में आज भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी रैलियों के दम पर अपनी राजनीतिक ताकत दिखाएंगी। बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली आगरा में है और एसपी की रैली बरेली में। एसपी की रैली को पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां संबोधित करेंगे। इस रैली से दोनों की ताकत का अंदाजा हो जाएगा।
मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी दो विधायकों संगीत सोम और सुरेश राणा को मोदी की रैली में सम्मानित किए जाने की घोषणा से उनकी रैली सुर्खियों में है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने विधायकों को सम्मानित किए जाने की आलोचना की है। इन दोनों दलों का कहना है इससे बीजेपी और मोदी का असली चेहरा सामने आ गया।
मोदी की रैली की निगरानी में गुजरात पुलिस के अधिकारी भी लगे हैं। केंद्रीय खुफिया संगठनों की सलाह पर मोदी की व्यक्तिगत सुरक्षा के साथ ही रैली स्थल पर भी पर्याप्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। पटना रैली के दौरान वहां हुए सिलसिलेवार धमाकों के बाद उत्तर प्रदेश में मोदी की यह दूसरी रैली है। इससे पहले बहराइच मे रैली हो चुकी है।
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एसपी ने बीते 29 अक्टूबर को आजमगढ़ में पहली रैली की थी। इसके बाद बरेली में वह रैली आयोजित कर रही है। रैली के जरिए मुलायम यादव जहां कांग्रेस, बीजेपी और बीएसपी पर निशाना साधेंगे। वहीं अपनी सरकार की उपलब्धियों की भी चर्चा करेंगे। एसपी सूत्रों का कहना है कि रैली में सर्वाधिक आक्रामक बीजेपी पर रहा जाएगा। क्योंकि मुजफ्फरनगर दंगे के बाद मुसलमानों में पनपे रोष को समाप्त करना है। मुसलमान एसपी का एकमुश्त वोटबैंक माना जाता है।
इन दोनों रैलियों के अलावा कांग्रेस ने आज मुख्यमंत्री आवास को घेरने की घोषणा कर रखी है। कांग्रेस की मांग है कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम राज्य में तत्काल प्रभाव से लागू हो। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री आस पास के जिलों में लगातार संपर्क कर रहे हैं जबकि पार्टी महासचिव और प्रदेश प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री चार दिन से यहां कैंप किए हुए हैं।
राष्ट्रीय लोकदल ने गन्ना किसानों के बकाए भुगतान और चीनी मिलों को तत्काल चालू किए जाने की मांग को लेकर दो दिवसीय घेरा डालो डेरा डालो कार्यक्रम घोषित किया है। इसके तहत कल से दो दिन तक किसान गन्ना आयुक्त के कार्यालय का घेराव करेंगे। रात में वही सोएंगे और वहीं खाएंगे।
आरएलडी प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि चीनी मिलें बंद हैं और गन्ना किसानों को बकाया भुगतान नहीं मिलने से उनकी हालत बदतर हो रही है। हालात यही रहे तो किसान खेतों में ही गन्ना जलाने को मजबूर होंगे। उनका कहना था कि घेरा डालो डेरा डालो से सरकार और मिल मालिक नहीं चेते तो किसान सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। इन कार्यक्रमों के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं।