भक्तों के रोम रोम में समाये राधाकृष्ण

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FARRUKHABAD : 16वें मानस सम्मेलन में श्री राम कथा आयोजन समिति में पहुंचे श्रद्धालुओं के रोम रोम में बृज भाषा व राधाकृष्ण समाहित दिखे। भक्तों ने झूम झूम कर मानस सम्मेलन का आनंद लिया।mayaur nartya

श्रीराम कथा एवं रामलीला के सातवें दिन श्री राम श्याम लीला संस्थान वृंदावन मथुरा के द्वारा श्री राधाकृष्ण का मयूर नृत्य श्रद्धालुओं के आकर्षण का केन्द्र रहा। रसिकभक्त जनों ने वृंदावन धाम की आध्यात्मिक आनंद के रस में भावविभोर होकर परमात्मा को अनुभव किया।

व्यास पीठ से हरिओम शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा ने राधेकृष्ण के संकीर्तन से भगवान कृष्ण के दर्शन श्रोताओं को कराये तो भक्तों ने भगवान कृष्ण की आरती उतारी।

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भगवत चरित्र की लीलाओं के द्वारा अत्याचारी दुष्टों का वध, बकासुर अकासुर आदि को मोक्ष प्रदान किया और अंत में भगवान कृष्ण और बलराम ने कंश का बंध करके उसे अपने धाम को भेजा।bheed

सप्त दिवसीय रासलीला के संयोजकों ने रासबिहारी ठाकुर जी को विदाई के साथ सभी को शुभकामनायें दीं और अगले वर्ष के लिए स्मृतियों के साथ 16वां मानस सम्मेलन समाप्त हो गया।

इस दौरान भरत सिंह, रामू दाल वाले, विनोद कनौजिया, लाला विनोद गुप्ता, रवीन्द्र भदौरिया, बृजकिशोर सिंह किशोर आदि मौजूद रहे।