FARRUKHABAD : प्रदेश व्यापी हड़ताल के चलते बुधवार को कार्यालयों को बंद कराने के बाद राज्य कर्मचारी नेता साथियों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय के सामने पहुंचे और धरने पर बैठ गये। जिसके बाद वहां पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट ने जब कार्यालय के सामने बैठने का विरोध किया तो सिटी मजिस्ट्रेट व राज्य कर्मचारियों के बीच जमकर वाद विवाद हुआ।
विदित हो कि बीते दिन से ही राज्य कर्मचारियों द्वारा अपनी 16 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर चले जाने से विभिन्न विभागों का काम प्रभावित है। लेकिन इसको नजरंदाज करते हुए राज्य कर्मचारी अधिकारियों का मुहं चिड़ाने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठने के लिए अपनी दरी बिछाने लगे।
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इतने में वहां पर सिटी मजिस्ट्रेट प्रभुनाथ भी पहुंच गये। उन्होंने राज्य कर्मचारियों से कहा कि आप लोग अपनी दरी यहां न बिछाकर जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय के सामने बिछाइये जाकर और जब तक चाहो तब तक धरना प्रदर्शन करो।
जिसके बाद राज्य कर्मचारी संघ के नेताओं का सिटी मजिस्ट्रेट से जमकर विवाद हुआ। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि हम कोई आम आदमी नहीं हैं जो डीएसओ कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करें जाकर, हम लोग कर्मचारी हैं। हमारी मांगे प्रशासन से हैं। हम जिलाधिकारी कार्यालय के सामने ही धरना प्रदर्शन करेंगे।
काफी वाद विवाद के बाद कर्मचारी नेताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के बगल में दरी बिछा ली और सिटी मजिस्ट्रेट प्रभुनाथ वहां से चले गये। इस दौरान कर्मचारी नेता रमेश बाबू, लेखपाल बबलू आदि के अलावा दर्जनों की संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।