फर्रुखाबाद:जनपद में आबादी के अनुपात में जितने मतदाता होने चाहिए उसके मुकाबले लगभग 80 हजार मतदाता अधिक है| सबसे ज्यादा मतदाता फर्रुखाबाद की सदर विधान सभा में अधिक है| इसकी संख्या 40110 है| जबकि कायमगंज में 9 हजार 954, अमृतपुर में 18 हजार 654 व भोजपुर में 12 हजार 266 मतदाता जनसंख्या-मतदाता मानक से अधिक हैं। आंकड़ो के हिसाब से मतदाता पुनिरीक्षण कार्यक्रम के दौरान यदि बी एल ओ सही से सर्वे करने घर गया तो ये 80890 मतदाता वोटर सूची से कम हो जाने चाहिए| हालाँकि ये सिर्फ आंकड़ा है, भौतिक स्थिति कुछ अलग हो सकती है| मगर चुनाव आयोग के मानको को पूरा करने में प्रशासन के पसीने छोट रहे है| यही वजह है कि बीएलओ को फार्म-6 देने के लिए टरकाया जा रहा है। इधर खबर है कि ग्रामीण इलाको में बी एल ओ ने फॉर्म 6 प्रधानो के हवाले कर दिए है जो अपने दूरदराज के रिस्तेदारो को भी अपने गाव का वोटर बना रहे है|
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आयोग के मानक के अनुरूप दस हजार की जनसंख्या पर 5 हजार 726 मतदाता होने चाहिये। जबकि जनपद में मतदाता औसत 6 हजार 132 प्रति दस हजार आ रहा है। जनपद की कुल 19 लाख 91 हजार 502 की जनसंख्या पर 12 लाख 21 हजार 236 मतदाता हैं। जोकि मानक के अनुरूप निर्धारित मतदाता संख्या 11 लाख 40 हजार 251 से 80 हजार 984 अधिक है।
यही कारण है कि जनपद का आयुवर्ग मतदाता अनुपात भी गड़बड़ाया हुआ है। सर्वाधिक खराब स्थिति 18 से 19 आयु वर्ग में है। लगभग एक लाख मतदाताओं के सापेक्ष अब किसी तरह यह आंकड़ा 22 हजार के करीब पहुंच पाया है। जबकि 30 से 60 वर्ष के आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या मानक से काफी अधिक है। 30 से 39 आयु वर्ग में 2 लाख 51 हजार के मानक के सापेक्ष मतदाता संख्या तीन लाख 20 हजार से अधिक है। यही हाल अन्य आयु वर्गो में है।
मतदाता संख्या को मानक के अनुरूप करने के लिए पर्यवेक्षणीय अधिकारी बीएलओ पर घर-घर जाकर सत्यापन कर बाहर जा चुके, विवाह के बाद जा चुकी युवतियों व अन्यत्र रह रहे लोगों के नाम काटने को लगातार दबाव बनाए हैं।