नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को बसपा की बजाए अपनी पार्टी के भीतर दलित नेतृत्व पैदा करने की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल को किसने मना किया है कि वह कांग्रेस में दलित नेतृत्व पैदा न करें। मायावती तीन महीने बाद राजधानी लखनऊ पहुंची हैं। मायावती ने ये भी कहा कि बसपा अगला लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी।
मायावती ने कहा, कि राहुल बसपा में दलित लीडरशिप की बजाए यह चिंता करें कि कांग्रेस में दलित लीडरशिप कैसे पैदा किया जाए। वह एक नहीं हजार दलित नेता पैदा करें, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। मायावती ने कहा कि अगले आम चुनाव में जनता कांग्रेस और भाजपा का साथ नहीं देगी। दोनों पार्टियों के विकास के दावे खोखले हैं। दोनों पार्टियों में से किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा।
भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा, सपा-बसपा और कांग्रेस की तिकड़ी तो छोड़िए भाजपा में तो राजनाथ, आडवाणी और मोदी के बीच ही सिर फुटव्वल हो रहा है। पहले अपनी तिकड़ी पर ध्यान दें, उसके बाद हमारे बारे में बात करें। जहां तक सपा के साथ तिकड़ी बनाने का सवाल है तो बसपा कभी सपा के साथ खड़ी नहीं हो सकती।
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उन्होंने कहा कि राजनाथ, मोदी और आडवाणी के आपसी मतभेद से बसपा को फायदा होगा और लोकसभा चुनाव में यूपी में बसपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आएगी। मायावती ने सपा की रथयात्राओं पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सिर्फ रथयात्राएं निकालने से पिछड़ों और अति पिछड़ों का कल्याण नहीं होगा।