FARRUKHABAD : जनपद के विकासखण्ड नबावगंज में पहुंचे विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी पर वार करते हुए कहा कि वह कांग्रेस पर यह तो आरोप लगाते हैं कि उन्होंने जनता को पानी, खाना, बिजली मुहैया नहीं करायी। लेकिन यह नहीं कहते कि वह खुद क्या करेंगे और क्या कर रहे हैं। इस बात की जानकारी जनता को दें। उन्होंने मोदी के द्वारा राहुलगांधी को शहजादा कहे जाने पर भी तीखी प्रक्रिया व्यक्त की।
विदेश मंत्री ने कहा कि वर्तमान में जिस भाषा में राजनैतिक चर्चा करने का प्रयास हो रहा है। क्या वह भाषा स्वच्छ राजनीति’ गंभीर लोकतंत्र की व्यवस्था में उचित है। नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं, अपनी पार्टी के लिए जो भी प्रयास करें। अगर समीक्षा करें कि वह क्या कह रहे हैं, घंटों की समीक्षा के बाद नीतिगत रूप से एक भी शब्द उनके भाषणों में नहीं मिलेगा। यह तो वह कहेंगे कि गरीब को गरीब कर दिया, अमीर को अमीर कर दिया। बिजली नहीं दी, खाना नहीं दिया, पानी नहीं दिया, सुरक्षा नहीं दी। वह यह नहीं कहते कि वह क्या करते, वह क्या करेंगे, वह क्या करना चाहते हैं। इसका एक शब्द नहीं कहा जाता।
उन्होंने कहा कि हम विश्व के सामने अपना माहौल बनायें, विश्व के सामने अपने आपको गंभीर न बता सकें। विश्व के सामने यह बतायें कि हम बिलकुल सड़कछाप लोगों के बीच में लड़ाई होती है वैसी लड़ाई लड़ सकते हैं। कहीं पर प्रधानमंत्री पर आरोप लगाना, कहीं सोनिया गांधी पर, कहीं राहुल गांधी पर आरोप लगाना और यह कहना कि हम कांग्रेस मुक्त भारत चाहते हैं।
श्री खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत क्या होता हैं, हम कांग्रेस को हराना चाहते हैं, पराजित करना चाहते हैं। कांग्रेस मुक्त भारत क्या होता है। व्यवस्था में किसी चीज को निकाल कर बाहर करना,
जिस संगठन ने आजादी दी, पहचान दी, महात्गांधी से लेकर जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरागांधी इस देश को दिये हैं। इसको यहां से नष्ट कर देना चाहते हैं। यह कैसी भाषा है। मेरा सीधा सवाल है। आपने देश में क्या करने की ठानी है। पहले अपने अंदर झांक कर देखो। क्या करना चाहते हो।
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सलमान खुर्शीद ने कहा कि हम राहुल जी को अपना नेता मानते हैं, सर्व सम्मति से अपना नेता मानते हैं। राहुल जी कहां तक पहुंचायेंगे, यह हमारा निर्णय है, मोदी जी का नहीं है। क्या कारण है कि वह राहुल गांधी को उन शब्दों में विवरण करते हैं जो हम जानते हैं कि वह असमान्य हैं। वह यह नहीं चाहते कि किसी का सम्मान हो। घटनायें घटती हैं देश में बहुत सारी बातें होती हैं जो हमको अच्छी नहीं लगती। कुछ भी देश से छिपा नहीं है। शहजादा कहकर राहुलगांधी के बारे में कहकर यह क्या समझदारी की बात है। यह कैसी समझदारी की बात है उन पर आरोप लगाना कि उन्होंने अपमान किया है किसी वर्ग का। एक भाई अपने मां, बाप बहन के बारे में कहता है कि तुम पर कोई संकट नहीं आ जाये। क्या यह अपमान है.
उन्होंने कहा कि वह व्यक्ति जिस पर इतने बड़े प्रश्नचिन्हं लगे हैं कि कभी इस देश में किसी व्यक्ति पर नहीं लगे। वह व्यक्ति आज राहुल गांधी से कहे कि वह माफी मांगें। यह शब्द माफी उनके मन में कहां से आया। मैं भी यह मानता हूं कि माफी उनके शब्दावली में था ही नहीं, तो यह शब्द कहां से आया। दूसरे के लिए आया, अपने लिए नहीं आया।