देशभर के रेलवे स्टेशनों पर विकलांगों को आवंटित एसटीडी पीसीओ बूथ बुधवार रात से हट जाएंगे। रेल मंत्री ममता बनर्जी द्वारा दी गई एक साल की मोहलत रात 12 बजे खत्म हो जाएगी। नई दिल्ली में विकलांग पीसीओ बूथ संचालकों को बुधवार शाम अपना पीसीओ बूथ हटाने का नोटिस दिया गया। पीसीओ बूथ छिन जाने से बृहस्पतिवार से इन सैकड़ों विकलांग एसटीडी पीसीओ बूथ संचालित करने वालों के सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो जाएगा।
देशभर के रेलवे स्टेशनों पर एसटीडी पीसीओ बूथ चलाकर अपनी जीविकोपार्जन करने वाले सैकड़ों एसटीडी बूथ विकलांग संचालक रेल मंत्रालय की ओर टकटकी लगाए हुए थे कि शायद रेल मंत्री ममता बनर्जी उन्हें बूथ संचालित करने के लिए विस्तार की चिट्ठी निकलवा देंगी, लेकिन देर शाम तक इस बाबत रेल मंत्रालय से कोई भी आदेश जारी नहीं हुआ।
इस बीच नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बूथ संचालित करने वाले विकलांगों को आज तक का रेंट कमीशन आदि और बकाया जमा कराने के लिए नोटिस दे दिया गया। कमोबेश यही दशा देश के अन्य इलाकों के रेलवे स्टेशनों पर विकलांग एसटीडी पीसीओ बूथ संचालित करने वालों की रही। वे बार-बार दिल्ली फोन करके यह पता लगाने की कोशिश करते रहे कि उन्हें विस्तार मिला कि नहीं।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष विकलांग एसटीडी पीसीओ बूथ संचालक रेल मंत्री ममता बनर्जी से मिले थे और उन्हें बताया था कि वे वर्षां से रेलवे स्टेशन पर बूथ संचालित कर अपनी रोजी रोटी चला रहें हैं। उस दौरान रेल मंत्री ने उनकी दशा को देखते हुए उन्हें एक साल का विस्तार दिया था और यह आश्वासन भी दिया था कि उनके लिए कोई ठोस नीति बनाई जाएगी। इस एक वर्ष के दौरान उनके लिए कोई नीति नहीं बनाई जा सकी।
इस बीच कई बार विकलांग पीसीओ बूथ संचालक रेल मंत्री से मिले और उन्हें अपना प्रतिवेदन भी दिया। हर बार इन्हें भरोसा ही मिला। इन विकलांग संचालकों को उम्मीद थी कि शायद अंतिम समय तक रेल मंत्रालय से बूथ संचालित करने के लिए विस्तार की चिट्ठी मिल जाएगी, लेकिन बुधवार देर शाम तक उन्हें विस्तार की चिट्ठी नहीं मिली, लिहाजा रात के बाद से उनके बूथों पर ताले लग जाएंगे और एक-दो दिन में उन्हें अपना बूथ हटा लेना पड़ेगा|