FARRUKHABAD : वसूली की बात हो तो पुलिस सीमा विवाद नहीं देखती वल्कि थानों और चौकियों के होनहार सिपाही सड़क से गुजर रहे वाहनों को दौड़ाकर दूसरे के थाना क्षेत्र में भी वसूली करने से नहीं चूकते। लेकिन जब बात किसी पीड़ित को कानूनन न्याय दिलाने की आ जाये और मामला दो थानों के बीच का हो तो पुलिस जरीब और इंचीटेप लेकर पुलिसिया कार्यवाही छोड़ लेखपाल का रोल अदा कर रही है। ऐसा ही एक ताजा मामला शनिवार दोपहर का है। जब एक लूट से पीड़ित दम्पत्ति थाने में गुहार लेकर पहुंचा, थानेदार ने शिकायत लेने से पहले ही उसे यह कहकर टरका दिया कि मामला उसके थाना क्षेत्र का नहीं है। पीड़ित कई घंटे चकरघिन्नी बना रहा।
घटना फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम लेनगांव के निकट की है। जहां थाना कमालगंज के ग्राम चंदनपुर निवासी फौजी रामू नागर पुत्र संतोषी नागर अपनी पत्नी मामिनी व 10 वर्षीय पुत्र राहुल के साथ फर्रुखाबाद से पुत्र की दवा लेकर लौट रहा था। तभी काली पल्सर बाइक संख्या यूपी 76/4170 पर सवार तीन बदमाशों ने रामू की पत्नी की चैन खींच ली और जब विरोध किया तो मारपीट कर फरार हो गये।
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पीड़ित ने थाना कमालगंज पहुंचकर तहरीर दी। लेकिन थानाध्यक्ष दिलेश कुमार सिंह ने घटना उनके थाना क्षेत्र में न होकर फतेहगढ़ कोतवाली बतायी। जिस पर पीड़ित याकूतगंज चौकी पहुंचे। जहां से चौकी प्रभारी ने उन्हें टरका दिया। याकूतगंज चौकी प्रभारी चरन सिंह ने बताया कि पीड़िता के पति के साथ कुछ लोगों ने मारपीट कर दी है। चैन लूटने की बात गलत है।
फतेहगढ़ कोतवाली के प्रभारी कोतवाल जगदीश तिवारी ने बताया कि पीड़ित अगर लिखित शिकायत करता है तो तहरीर के आधार पर कार्यवाही की जायेगी। पुलिस ने घटना के सम्बंध में दबिश भी दी लेकिन आरोपी हत्थे नहीं चढ़े।