FARRUKHABAD : जनपद में अपनी तैनाती के दो माह बाद चार्ज लेने के बाद नये एआरटीओ ने विभागीय भ्रष्टाचार की बखियां उधेड़नी शुरू कर दी है। जेएनआई से खास वार्ता में एआरटीओ उदयवीर सिंह ने बताया कि जनपद में अब तक की जांच में 10 हजार ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी होने की जानकारी मिली है।
प्रतापगढ़ से तबादले पर आये एआरटीओ उदयवीर सिंह ने बताया कि फर्जी लाइसेंस बनाने में कहीं न कहीं विभागीय लिपिक ही संलिप्त रहे हैं। जिन पर कार्यवाही के लिए उन्होंने कानपुर के आरटीओ को लिखा है। विभाग में संविदा पर तैनात पांच लिपिकों को भी हटाने के लिए लिखा गया है।
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एआरटीओ उदयवीर सिंह ने बताया कि कार्यवाहक एआरटीओ राहुल श्रीवास्तव ने वाहन फिटनेस का काम अब तक रोडवेज परिवहन निगम को दे दिया था। जबकि वाहन फिटनेस का कार्य विभाग में ही होना चाहिए। उन्होने चार्ज लेने के साथ ही रोडवेज से फिटनेस का कार्य बंद कर अपने विभागीय कार्यालय में ही वाहन फिटनेस का कार्य किया जायेगा। जिसके लिए कार्यालय में 2 बजे से 4 बजे तक लिपिक तैनात रहेंगे। उन्होंने लिपिकों की मांग के लिए कानपुर आरटीओ को लिखकर भेजा है। जल्द ही जनपद में चार लिपिकों की तैनाती की जायेगी।