FARRUKHABAD : गुरूवार को क लेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी पवन कुमार नें कहा कि कृषकों को दस से पचाह हजार तक के रिण हर उन सीमान्त कृषकों को उपलव्ध कराये जायें। जिन के पास न्यूनतम खेती है। ऋण उपलव्ध कराने में अगर कोताही वरती गयी तो शाखा प्रवंधकों के विरूद्घ कार्यवाही भी अमल में लाई जायेगी।
यह बात उन्होने जिले की सभी वैंक शाखा प्रवंधकों से जिला सलाहकार समिति की माह सितम्वर की समीक्षा करते हुये कही। उन्होने कहा कि इस प्रकार मजदूरों को भी ऋण उपलव्ध कराया जाये। और सरकार की ऐसी मंशा भी है इसी कारण सरकार नें गरीब मजदूरों और किसानों के लिये तमाम योजनायें भी संचालित की है। जिलाधिकारी नें आगे कहा कि जैसे महिला सेल्फ हेल्प गु्रप तथा प्रधानमंत्री रोजगार के तहत रोजगार योजना के तहत स्वर्ण जयंती योजना आदि के तहत प्राप्त प्रार्थना पत्रों पर वैंक जल्दी निर्णय लेकर इनकी स्वीकृत तथा ऋण दिये जाने की प्रक्रिया जल्द पूरी करे।
उन्होने कहा कि जिले में क्रेडिट कार्डों का अनुपात कुल डिपाजिट का चालीस प्रतिशत है जिसे बढ़ाकर साठ प्रतिशत करना होगा। जिलाधिकारी नें कहा इस अबसर पर डूडा, दुग्ध डेरी, मत्स्य पालन तथा उद्योग द्वारा कार्यों में काफी ढिलाई बरती जा रही है। जिलाधिकारी नें इन सभी विभागों के विभागाध्यक्षों को चेतावनी देते हुये ऋण हेतु प्राप्त प्रार्थना पत्रों पर अतिशीघ्र कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये।
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उन्होने वैंक प्रवंधकों से अभ्यार्थियों को ऋण दिलाकर विकास में अपना योगदान करने के लिये कहा। श्री कुमार नें जिला समाज कल्याण अधिकारी कुमारी लवी मिश्रा को आदेशित किया कि वह स्पेशल कंपोनेन्ट प्लान के अन्र्तगत प्राप्त आवेदन पत्रों को वैंकों में भिजवाकर ऋण दिलाने की कार्यवाही करवायें। इस अबसर पर सीडीओ सुभाष चन्द्र श्रीवास्तव, एजीएम रिजर्व वैक आफ इण्डिया लखनऊ राजेश कुमार, डीडीएम नावार्ड संजय कुमार तथा उपनिदेशक कृषि प्रसार एवं सभी वैंकों के शाखा प्रवंधक तथा लीड वैंक के मैनेजर राधेश्याम दुबे मौजूद रहे।