FARRUKHABAD : दशहरा के उपलक्ष में जहां जनपद के विभिन्न स्थानों पर लंकापति रावण के पुतला दहन का कार्यक्रम चला वहीं विभिन्न मोहल्लों में भी छोटे मोटे रावण के पुतले बनाकर दहन किये गये। वहीं शहर क्षेत्र के मोहल्ले से पुलिस ने रावण का पुतला छीन लिया। बाद में लोगों ने चौकी घेर ली।
मंगलवार को शहर के फतेहगढ़, मऊदरवाजा के अलावा कायमगंज में रावण के पुतलों का दहन कार्यक्रम हुआ। वहीं शहर कोतवाली क्षेत्र के बजरिया मोहल्ले के लोगों ने रावण का चार फुट का पुतला बनाकर तैयार किया। विभिन्न तरह की आतिशबाजी भी पुतले में लगायी गयी थी। लेकिन ऐन वक्त पर तिकोना चौकी पुलिस ने खलल डाल दिया। पुतले को फूंकने से पहले ही पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया और उसे चौकी ले आयी। पुलिस द्वारा रावण का पुतला जलने न देने पर गुस्साये नागरिक प्रदीप सक्सेना, अभिषेक, आशीष, मनू इत्यादि के अलावा विट्टो देवी आदि तिकोना चौकी आ धमके और चौकी इंचार्ज के साथ जमकर वाद विवाद हुआ।
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बिट्टो देवी व प्रदीप सक्सेना ने पुलिस से पुतला वापस करने की बात कही। लेकिन पुलिस इस बात पर राजी नहीं हुई। धीरे धीरे चौकी पर दर्जनों की संख्या में नागरिक एकत्र हो गये। विवाद ज्यादा बढ़ा तो पुलिस ने दबाव में रावण के पुतले में प्रयोग किये गये कुछ पटाखे वापस कर दिये।
इस सम्बंध में तिकोना चौकी इंचार्ज दिनेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि नागरिक बीच सड़क पर पुतला फूंक रहे थे और उनके पास अनुमति भी नहीं थी। इस बजह से पुलिस ने पुतला अपने कब्जे में ले लिया।