लखनऊ: एक साधु ने एक ख्वाब देखा, जिसमें उसे 19वीं सदी का खजाना नजर आया। खजाना करीब 1,000 टन सोने का। साधु का कहना है कि अगर यह सोना खोदकर निकाल लिया जाए, तो देश की कुछ वित्तीय दिक्कतें दूर हो सकती हैं। साधु शोभन सरकार को कथित तौर पर ख्वाब आया, जिसमें 1857 की लड़ाई में ब्रिटिश से लड़ते हुए शहीद हुए राजा राव राम बख्श सिंह दिखे।
साधु का कहना है कि सिंह ने उनसे कहा कि उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के डौंडिया खेड़ा गांव में उनके किले के अवशेष में सोना गढ़ा है, जिसका जिम्मा वह संभाल लें।
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केंद्रीय मंत्री खुदाई के लिए राजी
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक साधु एक केंद्रीय मंत्री को इस बात पर राजी करने में कामयाब रहे और सरकार भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को इस जगह खुदाई के लिए भेज रही है।
शोभान सरकार के इस इलाके में काफी भक्त हैं। स्थानीय प्रशासन को जानकारी दी गई, जिसके बाद राज्य सरकार और केंद्र को भी इस ख्वाब के बारे में बताया गया।
किले के नीचे एक हजार टन सोना
शोभन सरकार के अनुयायी स्वामी ओम ने बताया, “इसे मजाक की तरह लिया गया और कोई भी गंभीर नहीं था। फिर उन्होंने मुझे सरकार को इस बारे में जानकारी देने को कहा कि इस किले के नीचे एक हजार टन सोना गढ़ा है।”
उन्होंने कहा, “हम खुशकिस्मत हैं कि केंद्रीय मंत्री चरण दास महंत ने इसे गंभीरता से लिया और घटनास्थल पर जाने के अलावा शोभान सरकार से मुलाकात की। तब से भारतीय भौगालिक सर्वे और एएसआई इस पर काम कर रहे हैं।”
मंत्री ने किया जगह का दौरा
महंत छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखते हैं और कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री हैं। उन्होंने 22 सितंबर और 7 अक्टूबर को इस जगह का दौरा किया। महंत का कहना है कि उन्होंने कानपुर के एक पंडितजी से इस बारे में सुना था, जिनके पास वह जाते रहते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टीम ने साइट का दौरा किया है और उनके हिसाब से यहां खुदाई की जाएगी।
इस गांव में मौजूद डिप्टी आर्केलॉजिकल सुपरीटेंडेंट इंदुप्रकाश ने कहा, “हम जल्द से जल्द खुदाई का काम शुरू करेंगे। हमारी सभी प्राथमिक सर्वे पूरे हो चुके हैं।”