नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बाबा रामदेव को दिल्ली में योग शिविर की इजाजत दे दी है। लेकिन इसके साथ ही आयोग ने आयोजकों को शिविर का राजनीतिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल न करने की भी हिदायत दी है। द्वारका में होने वाले शिविर को लेकर मिली शिकायत पर चुनाव आयोग ने कहा कि इसकी इजाजत दी गई है लेकिन कुछ शर्तों के साथ। ये शिविर आज से शुरू हो रहा है।
आयोग ने कहा है कि अगर शिविर में कोई राजनीतिक हस्ती मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होती है तो किसी तरह की ओपनिंग और क्लोजिंग सेरेमनी नहीं होनी चाहिए। साथ ही यहां किसी भी पार्टी के पक्ष में किसी तरह प्रचार सामग्री नहीं बांटी जानी चाहिए। आयोग ने आयोजकों को शिविर का राजनीतिक प्रचार के लिए इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत दी है।
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आयोग ने कहा है कि अगर ऐसा होता है तो चुनाव आचार संहिता और कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसा होने पर शिविर को दी गई इजाजत वापस भी ली जा सकती है। आयोग ने कहा है कि शिविर पर नजर रखी जाएगी कि कहीं इसका इस्तेमाल राजनीतिक प्रचार के लिए तो नहीं हो रहा है। अगर ऐसा पाया गया तो पूरा खर्च चुनाव खर्च में जोड़ दिया जाएगा। आयोग ने शिविर की वीडियोग्राफी कराने का फैसला किया है।