FARRUKHABAD : जनपद में छात्रवृत्ति घोटाले का खेल शिक्षा माफियाओं द्वारा बखूबी चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में एक ऐसे मदरसे का खुलासा हुआ है जो मात्र कागजों में ही संचालित हो रहा है, हकीकत में कहीं भी कोई अता पता नहीं है। मदरसे की पत्रावली की जांच कराकर कार्यवाही किये जाने की मांग ग्रामीणों ने की है।
सिटी मजिस्ट्रेट प्रभुनाथ को पत्र सौंपकर राजेपुर सरायमेदा निवासी एनुल हसन, शमसुल हसन पुत्रगण मुख्त्यार हुसैन व शायद हुसैन ने शिकायत की है कि राजेपुर सरायमेदा में पत्रावली पर संचालित मदरसा जामिया अरबिया यासीनुलउलूम पैगामे हक मुस्लिम मैनायरटी एजूकेशन सोसाइटी के माध्यम से 28 मई 2008 से चल रहा है। जिसके सम्बंध में जब आरटीआई के माध्यम से जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के कार्यालय से पूछा गया तो सिद्ध हो गया कि नजरी नक्शा जिस मानक का प्राप्त हुआ है उसके अनुसार आज तक भूतल पर कोई मदरसा राजेपुर सरायमेदा में संचालित नहीं हो रहा है।
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मो0 अनीस पुत्र मुजम्मिल हुसैन का भवन किराये के नाम पर मदरसे में दर्शाया गया है जबकि अनीस का इतना छोटा घर है कि उसमें उनका परिवार ही रह पा रहा है। ग्रामीणों ने सिटी मजिस्ट्रेट प्रभुनाथ से मांग की कि फर्जी मदरसे की जांच कराकर संचालक के खिलाफ कार्यवाही की जाये। अन्यथा की स्थिति में आमरण अनशन करने के लिए बाध्य होंगे। सीएम न कार्यवाही का आश्वासन दिया है।