यूपी बोर्ड ने परीक्षा को लेकर किया बड़ा फैसला

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200px-UPBoardयूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार शिक्षा माफिया पर नकेल कसने की पूरी तैयारी है। उन्हीं स्कूलों को बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा जिनकी छवि साफ सुथरी होगी। यही नहीं, डिबार होने वाले स्कूलों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। बहुत जरूरी होने पर जिला स्तरीय समिति इस पर निर्णय करेगी।

टीन शेड या फिर छप्पर वाले स्कूलों को भी परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। तंबू, कनात या फिर खुले में बोर्ड की परीक्षा कराने पर प्रतिबंध होगा। राज्य सरकार 2014 की बोर्ड परीक्षा नीति शीघ्र ही जारी करने जा रही है। इस बार परीक्षा केंद्र निर्धारण के लिए ऐसे नियम बनाए गए हैं कि परीक्षा में नकल की संभावना काफी हद तक कम हो जाएगी।

यूपी बोर्ड देश के सबसे बड़े बोर्ड में माना जाता है। इसकी परीक्षा में हर साल लाखों परीक्षार्थी बैठते हैं। राज्य सरकार बोर्ड परीक्षा केंद्र निर्धारण के लिए हर साल नीति जारी करती है। इसी आधार पर परीक्षा केंद्रों का निर्धारण होता है। इसके बाद भी शिक्षा माफिया अपने हिसाब से केंद्रों का निर्धारण कराने में सफल हो जाते हैं।

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इसके चलते बोर्ड परीक्षा में जमकर नकल होती है। इस बार ऐसी नीति बनाई गई है ताकि केंद्र निर्धारण में गड़बड़ स्कूल छंट जाएं। विगत वर्ष परीक्षा के दौरान जिन केंद्रों पर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी हुई होगी उन्हें इस बार केंद्र नहीं बनाया जाएगा। सामूहिक नकल की शिकायत मिलने वाले या फिर उनके खिलाफ रिपोर्ट होने वाले स्कूलों को भी केंद्र नहीं बनाया जाएगा।
प्रबंधक के बीच विवाद वाले स्कूल भी केंद्र नहीं बन सकेंगे। गैर पंजीकृत छात्रों के फार्म अग्रसारित करने वाले स्कूलों को भी केंद्र नहीं बनाया जाएगा।