जेएनआई की खबर का असर: एसडीएम सदर ने दिये बार्ड आया को हटाने के निर्देश

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KAMALGANJ (FARRUKHABAD) : बहुजन समाज पार्टी की धौंस दिखाकर सपा सरकार में भी अपना सिक्का जमाने वाली कमालगंज स्वास्थ्यकेन्द्र की बार्ड आया पर जेएनआई द्वारा खबर प्रकाशित होने के बाद सक्रिय हुए आला अधिकारियों ने आखिर बार्ड आया पर कार्यवाही करने के निर्देश जारी कर दिये हैं।sdm rakesh kumar

बहुजन समाज पार्टी के एक पूर्व मंत्री व पूर्व विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशी के करीबी मानी जाने वाली बार्ड आया का इतिहास कुछ अलग ही है। 10 लाख की गाड़ी से आकर सिर्फ हस्ताक्षर कर देने के बाद पूरे दिन गायब रहना, कभी कभी तो 15-15 दिनों तक गायब रहने के बाद भी कमालगंज स्वास्थ्यकेन्द्र पर उसके पूरे हस्ताक्षर हो जाना अपने आप में एक विशेष बात है।sdm rakesh kumar1

हर निरीक्षण में बार्ड आया रजनी परिहार पर अस्पताल से गायब रहने के आरोप लगते रहे हैं। साथ ही साथ कमालगंज के मोहम्मद हसीन खां ने हाईकोर्ट में बार्ड आया को लेकर फर्जी नियुक्ति को लेकर मुकदमा भी कर रखा था। बीते दिन प्रकाशित हुई खबर पर जहां सीएमओ ने बार्ड आया रजनी परिहार का पूरे महीने से गायब होने की बात पर वेतन रोक दिया था, वहीं एसडीएम सदर ने शनिवार को कमालगंज स्वास्थ्यकेन्द्र पर पहुंचकर बार्ड आया को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश अस्पताल के चिकित्साधिकारी मानसिंह को दिये हैं।

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sdm rakesh kumar2कमालगंज स्वास्थ्यकेन्द्र के चिकित्साधिकारी मानसिंह ने बताया है कि रजनी परिहार की कार्यप्रणाली किसी प्रकार से संतोषजनक नहीं है। इसलिए एसडीएम सदर राकेश पटेल ने उसे तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये हैं। सौंमवार को रजनी परिहार को कमालगंज से रिलीव कर दिया जायेगा।rajani parihar atandence

आखिर कौन करता है रजिस्टर में रजनी परिहार के हस्ताक्षर
लंका में कोई तो विभीषण है जो इस मामले में पूरी तरह से रजनी परिहार को कागजी मजबूती प्रदान कराने में कोई कमी नहीं छोड़ता। बार्ड आया के न आने के बाद भी उसका रौब अस्पाल पर बना रहता है। बड़े आराम से खाली पड़े उपस्थित रजिस्टर में बार्ड आया की अनुपस्थित में भी उसके हस्ताक्षर रजिस्टर पर हो जाते हैं यह भी जांच का विषय है। बीते दिन मुख्य चिकित्साधिकारी राकेश कुमार ने भी इस अनुपस्थिति को देखकर उसमें गोले खींच दिये थे। इसके बाद भी रजनी परिहार अस्पताल में ड्यूटी करने नहीं आयीं। वल्कि उल्टा स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी के पास बसपा नेताओं के सिफारिशी फोन आने शुरू हो गये। सूत्रों के अनुसार फोन पर कहा गया कि डाक्टर साहब अभी आप निबटा लीजिए, आगे हम खुद निबटा लेंगे।