सर्वोदय मण्डल ने की विकास मंच पर लगाये गये झूठे मुकदमें वापस लेने की मांग

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FARRUKHABAD : सर्वोदय मण्डल कार्यकर्ताओं ने लोहिया अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था में सुधार हेतु व सर्वोदय मण्डल पर लगाये गये मुकदमें वापस कराये जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी पवन कुमार व पुलिस अधीक्षक जोगेन्द्र कुमार को ज्ञापन सौंपा है।

सर्वोदय मण्डल ने कहा है कि विकास मंच कार्यकर्ताओं व लोहिया अस्पताल के कर्मचारियों के बीच हुए विवाद को गंभीरता से लिया जाये। लोहिया अस्पताल में पीड़ितों एवं मरीजों की चिकित्सकों व कर्मचारियों के बीच आये दिन उपद्रव होना आम बात हो गयी है। अस्पताल के पीछे कुछ प्रभावशाली फार्मासिस्ट अपने वर्षों पुराने गोरखधन्धों जैसे प्राइवेट नर्सिंगहोम, निजी दवा खानों से दवाइयों की विक्री कराये जाने आदि को बचाये रखने और करोड़ों रुपये कमाये जाने का खेल कर रहे हैं।

गरीब एवं बीमार इन्सान का शोषण किया जा रहा है। आये दिन महिलाओं का प्रसव लोहिया गेट पर हो रहे हैं, अस्पताल में ब्लड बैंक के रहते जरूरतमंदों को रक्त बाहर से खरीदना, दवाई खरीदारी में कमीशनखोरी आदि जैसी अत्यंत दुखद घटनायें लोहिया अस्पताल में होना आम बात हो गई है।

सर्वोदय मण्डल कार्यकर्ताओं ने मांग की कि फर्रुखाबाद विकास मंच व लोहिया कर्मचारियों के बीच उत्पन्न विवाद के निस्तारण हेतु उच्च स्तरीय समिति बनाकर निष्पक्ष जांच कराई जाये। फर्रुखाबाद विकास मंच कार्यकर्ताओं पर लिखाये गये झूठे मुकदमें वापस लिये जाये। लोहिया चिकित्सालय में कार्यरत अधिकारियों/कर्मचारियों के आचरण की निष्पक्ष जांच करायी जाये। लोहिया अस्पताल में लम्बे अरसे से कार्यरत स्थानीय फार्मासिस्ट व कर्मचारियों का स्थानांतरण अन्यत्र किया जाये। लोहिया अस्पताल में फार्मासिस्ट व कर्मचारियों के प्राइवेट नर्सिंगहोम  अन्य गोरखधन्धों की जांच कर दण्डित किया जाये। फर्रुखाबाद विकास मंच से सम्बंधित प्रकरण की जांच पूरी होने तक अग्रिम कार्यवाही व उत्पीड़न रोका जाये। लोहिया अस्पताल में कार्यरत लोगों द्वारा मनगढ़न्त व्यूह रचना की जांच कर उनके विरुद्व एफआईआर करायी जाये।

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इस दौरान शिवम पाण्डेय, यूसुफ अन्सारी, मो0 आरिफ, शिवेन्द्र यादव, मयंक मिश्रा, बीके शर्मा, रजत यादव, विजय मिश्रा, हिमांशू मिश्रा, वासू सक्सेना, चिन्टू पाण्डेय, रवि श्रीवास्तव, सूरज, प्रशान्त, जीतू शुक्ला, दिवाकरनन्द दुबे, युनदन्दनलाल गोस्वामी, जगदीश नरायन कटियार, दयाशंकर वर्मा, उमाकांत उपाध्याय, सुरेन्द्र सिंह सोमवंशी, एस के जयमल, प्यारेलाल गौतम, भगवानदास कश्यप, डा0 बी डी कटियार, मुन्नालाल राजपूत, विद्यानंद आर्य, चन्द्रपाल वर्मा, गोपालबाबू पुरवार, राधेश्याम वर्मा, हीरालाल राजपूत, श्याम पाण्डेय, विवेक चौरसिया, बजरंग बहादुर सिंह, आदिल कामरान, मो0 जावेद आदि ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि यदि मांगें न मानी गयीं तो सत्याग्रह किया जायेगा।