FARRUKHABAD : प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी का जिला कार्यालय पिछले दो महीने से अधिक समय से बीरान सा हो गया है। न फरियादी न ही इंसाफ दिलाने वाला। कोई भी नजर नहीं आ रहा। सुबह, शाम नेताओं और उनके सहगिर्दों से भरा रहने वाला सपा कार्यालय आज फरियादियों तक के न पहुंचने से खाली पड़ा है।
बीते दिनों तत्कालीन सपा जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर व महासचिव समीर यादव सहित पूरी जिला कमेटी को प्रदेश नेतृत्व ने तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया था। इससे पूर्व भी पार्टी में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव हुए थे। एक तो सचिन का टिकट काटकर रामेश्वर सिंह यादव को लोकसभा का प्रत्याशी घोषित किया गया था। कई महत्वपूर्ण बदलावों से आम जनता में भ्रामक स्थिति पैदा हो गयी है। सपा की सरकार आते ही गुलजार हुआ सपा का आवास कार्यालय अब कसमकस की जिंदगी जी रहा है। न फरियादी, न ही कोई सुनने वाला। सपा कार्यलय के कर्मचारी प्रेम सिंह की मानें तो फरियादियों का रजिस्टर भी पूर्व महासचिव समीर यादव के कब्जे में है।
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पूछा गया कि अगर कोई फरियादी कार्यालय फरियाद लेकर आता है तो क्या होता है। जिस पर कर्मचारी प्रेम सिंह ने बताया कि उसमें कोई समस्या नहीं। जिस विभाग की समस्या होती है वह खुद उस विभाग को स्थानांतरित कर देता है। फिलहाल मामला कुछ भी हो जिले का फरियादी भ्रामक स्थिति में है। आखिर शिकायत किससे करे और किस समय करे। नेता जी का कोई समय नहीं। कार्यालय में लगने वाला जन शिकायत शिविर अब कोई नहीं देखता। नेताओं की आपसी तकरार के चक्कर में जनता चक्कर में पड़ गयी है। अधिकारी सुनते नहीं और नेता मिलते नहीं तो फिर ऐसे में आम जनता फरियाद लेकर कहां जाये। एक ही रास्ता बचता है, कालीदास मार्ग लखनऊ………….