FARRUKHABAD : भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक पंण्डित दीनदयाल उपाध्याय की जयन्ती पर भाजपा अन्त्योदय प्रकोष्ठ द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन फतेहगढ़ के हाथीखाना मोहल्ले के शिव मंदिर के प्रांगण में सम्पन्न हुआ।
जिसमें अंत्योदय प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डा0 राजेश्वर सिंह ने कहा कि सबसे पहले अंत्योदय का विचार देने वाले पण्डित दीनदयाल जी वास्तव में हमारे समाज को जोड़ने के लिए कृत संकल्पित थे। समाज के अन्तिम व्यक्ति को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए उन्होंने काम किया। उनका मानना था कि समाज से छुआ छूत एवं भेदभाव को दूर किये बिना समाज को संगठित करना संभव नहीं है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा नेता पूर्व विधायक सुशील शाक्य ने कहा कि पंण्डित दीनदयाल उपाध्याय एक विचारक थे। जाति पांति से दूर सामान्य जीवन जीने वाले पंण्डित दीनदयाल उपाध्याय देश को सर्वशक्ति मान बनाने के लिए सतत प्रयत्नशील रहने वाले व्यक्ति थे। आर्थिक एवं सामाजिक भेदभाव को समाज की सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए पंण्डित दीनदयाल ने कहा कि देश की समृद्धि का मूल मंत्र मानव एकात्मवाद है।
पूर्व जिलाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय कार्य समिति के सदस्य डा0 भूदेव सिंह राजपूत ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने पर अन्त्योदय की योजना प्रारम्भ की गई थी। भाजपा ही समाज को जोड़ने का कार्य कर रही है। जिला उपाध्यक्ष डा0 प्रभात अवस्थी ने कहा कि पण्डित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ था। सामान्य परिवार में जन्म लेने के बाद देश को एक सूत्र में बांधने के लिए काम किया। इस अवसर पर युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष अजीत महाजन ने भी विचार व्यक्त किये।
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अंत्योदय प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डा0 राजेश्वर सिंह ने कमलेश बाथम को अंत्योदय प्रकोष्ठ का जिला संयोजक घोषित किया। कार्यक्रम में प्रदीप सक्सेना, ज्ञानेश गौड़, धीरेन्द्र वर्मा, दिलीप भारद्धाज, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अजीत महाजन, महेन्द्र राजपूत, आदित्य मिश्रा, विमल कटियार, गोविंद सिंह, अतुल दीक्षित, रमाशंकर चित्रांश सहित भारी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।