फर्रुखाबाद, नगर प्रतिनिधि : नगर पालिका फर्रुखाबाद में 3.57 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं को जिलाधिकारी की अनुमति के बिना अनुमोदित कर देने के मामले में तत्कालीन अपर जिलाधिकारी, अधिशासी अधिकारी व नगर निकाय लिपिक फंस गये हैं। जिलाधिकारी पवन कुमार ने दो अधिकारियों व एक कर्मचारी को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया है।
नगर निकायों में शासन से बजट के प्रस्ताव के सापेक्ष कार्यो की स्वीकृति के लिये जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति से अनुमोदन लिया जाना आवश्यक है। लेकिन वर्ष 2012-13 में 3 करोड़ 57 लाख 48 हजार रुपये के कार्यो को बिना डीएम या शासन से प्रस्तावित समिति के संज्ञान में लाये ही कार्यो की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वीकृत की गयी कई परियोजनाओं के लिये शासन से धनराशि भी अवमुक्त हो गयी है। पूर्व सभासद सुधांशु दत्त द्विवेदी की शिकायत पर जिलाधिकारी पवन कुमार ने प्रकरण की जांच करायी। आरोप सही पाये जाने पर तत्कालीन एडीएम व प्रभारी अधिशासी अधिकारी केके सिंह, निलंबित अधिशासी अधिकारी आरडी बाजपेयी व नगर निकाय के तत्कालीन लिपिक अतीक अहमद को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया है।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
नगर पालिका की जिन परियोजनाओं में घपले का मामला प्रकाश में आया है, उनमें नलकूपों के ‘आटोमाइजेशन’ के अलावा कूड़ा उठाने व सीवर सफाई के लिये विभिन्न उपकरणों व वाहनों की खरीद भी शामिल है।