FARRUKHABAD : भोपतपट्टी निवासी महेन्द्र राठौर की मौत के तीन दिन बाद उसके भाई ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। हालांकि पुलिस की अब तक की कार्यप्रणाली से तो यही सिद्ध हो रहा है कि वह मामले को दबाने की पुरजोर कोशिश कर रही है। पुलिस ने तहरीर न मिलने की बात कही है।
बीते 16 सितम्बर को शहर कोतवाली के भोपतपट्टी निवासी महेन्द्र राठौर का शव रेलवे ट्रेक पर पड़ा मिला था। जिसकी मौके पर ही मौत हो गयी थी। घटना के तीन दिन बाद मृतक आइडिया डिस्ट्रीब्यूटर महेन्द्र राठौर के भाई सैनिक राकेश कुमार सिंह पुत्र रामवीर सिंह कोतवाली पहुंचे और उन्होंने गुरुवार को ही शहर कोतवाली में तहरीर दी। जिसमें कहा गया था कि महेन्द्र के मोबाइल नम्बर 9721545378 पर किसी व्यक्ति का फोन आया। आखिर वह कौन था जिसने महेन्द्र के मोबाइल पर फोन किया और वह अमानक समय पर घर से निकल गया। तहरीर के अनुसार कहा गया कि फोन आने के बाद वह कहकर घर से निकला था कि सभासद राजन कटियार निवासी सातनपुर पट्टिया के यहां जा रहा है।
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इसके बाद सूचना मिली कि महेन्द्र का शव रेलवे ट्रेक के किनारे पड़ा मिला था। मृतक महेन्द्र के भाई ने आशंका जतायी है कि उसकी किसी दूसरे स्थान पर हत्या कर शव रेलवे ट्रेक पर डाला गया है। फिलहाल पुलिस हत्या की तहरीर के मामले में पूरी तरह चुप्पी साधे है। वहीं कोतवाली में पूछताछ के लिए लाये गये कल्लू कटियार निवासी भोपतपट्टी को शुक्रवार को चार दिन बीत गये हैं। वहीं मृतक के परिजनों ने पुलिस द्वारा आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप भी लगाया है। शहर कोतवाली के एस एस आई हरिश्चन्द्र ने तहरीर मिलने की बात से साफ इंकार कर दिया है और कहा कि विवेचना चल रही है।