FARRUKHABAD : महेन्द्र राठौर की मौत के कारणों के सामने पड़ा पर्दा और मोटा हो गया है। घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने अभी तक कोई भरोसेमंद जानकारी उपलब्ध नहीं करा पायी है। वहीं मृतक महेन्द्र के दो नये मोबाइल नम्बरों पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
महेन्द्र की मौत ट्रेन की टक्कर से हुई या उसे मौत के घाट उतारा गया। ट्रेन के सामने कूदकर खुद आत्महत्या कर लेने की भी आखिर कोई बजह होगी। रात के सन्नाटे में सूनशान रेलवे ट्रेक के किनारे आखिर महेन्द्र को किसने बुलाया था। इस बात से पर्दा पुलिस हटाने में नाकाम साबित हो रही है। महज मोबाइल नम्बरों के सहारे घटना के खुलासे का प्रयास किया जा रहा है।
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गुरुवार को महेन्द्र के बड़े भाई राकेश राठौर ने पुलिस से कोतवाली पहुंचकर मुलाकात की। घटना के सम्बंध में विभिन्न कारणों पर पुलिस ने चर्चा की। जानकारी मिली है कि पुलिस को महेन्द्र के दो अन्य मोबाइल नम्बरों को दिया गया है। जिस पर पुलिस आगे की खोजवीन शुरू कर रही है। कारण कोई भी हो लेकिन सबसे बड़ा कारण व घटना की बजह सिर्फ एक ही है कि आखिर महेन्द्र वहां करने क्या गया। घटना हुए तीन दिन का समय बीत चुका है पुलिस अभी तक परिजनों को सांत्वना के अलावा और कुछ देने में नाकाम है। घटना के समय से पकड़ा गया भोपतपट्टी निवासी कल्लू कटियार भी पुलिस की हिरासत में बैठा है।
इस सम्बंध में शहर कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक हरिश्चन्द्र ने बताया कि अभी तक की तफ्तीश में कोई खास मामला सामने नहीं आ पाया है। फिलहाल जांच जारी है।
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