लखनऊ। लगता है उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था से पुलिस अधिकारी भी आजिज आ गए हैं। अधिकारियों के लगातार तबादले और उन्हें खुलकर काम न करने देने का असर अब नजर आने लगा है। कल अपनी प्रतिनियुक्ति का पत्र लिखने के बाद आज यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार छुट्टी पर चले गए हैं। उन्होंने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया है।
कल लिखा था पत्र
यूपी के एडीजी लॉ एंड आर्डर अरुण कुमार ने कल ही उत्तर प्रदेश सरकार को एक पत्र लिखकर खुद को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेज देने की मांग की थी। उनका कहना था कि अब वो यूपी में काम नहीं करना चाहते। गृह विभाग के सूत्रों के मुताबिक कुमार ने प्रमुख सचिव गृह आऱ एम़ श्रीवास्तव को पत्र भेजकर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए मुक्त करने का अनुरोध किया, लेकिन गृह विभाग ने इस पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है।
पुलिस महकमे में पुलिस महानिदेशक के बाद सबसे महत्वपूर्ण पद माना जाने वाले इस पद को पाने के लिए आईपीएस अधिकारी तमाम तरह की जोड़ तोड़ करते हैं। लेकिन इस पद को पाने के बाद किसी अधिकारी द्वारा खुद को मुक्त करने की बात से सबको हैरानी हो रही है।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी सरकार में पुलिस विभाग पर राजनेताओं के दबाव से अरुण कुमार परेशान हैं, इसीलिए वह यहां काम नहीं करना चाहते हालांकि उन्होंने अपने पत्र में इस बात का जिक्र नहीं किया। काबिल पुलिस अफसर माने जाने वाले अरुण कुमार ने स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) में तैनाती के दौरान कुख्यात माफिया श्रीप्रकाश शुक्ला को मुठभेड़ में मार गिराया था। वह सीबीआई में भी तैनात रह चुके हैं।
पत्र में अरुण कुमार ने लिखा है कि राज्य में काम करने की जो मियाद होती है वो पूरी हो चुकी है। अब वो प्रतिनियुक्ति पर जाने का अधिकार रखते हैं लिहाजा वो जाना चाहते हैं। लेकिन सूत्र बताते हैं कि अरुण कुमार उत्तर प्रदेश के हालात से परेशान हैं, और उन्हें खुलकर काम करने की आजादी नहीं मिल पा रही है इसलिए वो यहां से जाना चाहते हैं।