FARRUKHABAD : लोहिया अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर विकास मंच बीते एक माह से आंदोलित है। बीते दिनों विकास मंच ने लोहिया अस्पताल के आपातकालीन बार्ड के सामने 5 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया था। पुनः ज्ञापन पर कार्यवाही की जानकारी लेने मंच कार्यकर्ता लोहिया अस्पताल पहुंचे और सीएमएस से वार्ता की। मंच के अध्यक्ष मोहन अग्रवाल ने कहा कि लोहिया अस्पताल की स्थिति बद से बदतर है। यहां तो कर्मचारी गुन्डई पर आमादा हैं। अस्पताल में सीएमएस की जगह सीओ सिटी की तैनाती होनी चाहिए। जिस पर पुलिसिया रौब दिखाकर कर्मचारियों से काम कराया जा सके।
दोपहर बाद लोहिया अस्पताल के सीएमएस ए के मिश्रा के कार्यालय पहुंचे फर्रुखाबाद विकास मंच के पदाधिकारियों ने पांच सूत्रीय मंागों को संज्ञान में लेते हुए उन पर अब तक क्या कार्यवाही हुई जानकारी चाही। मंच के अध्यक्ष मोहन अग्रवाल ने सीएमएस के सामने खुली चेतावनी दी कि अस्पताल के डाक्टर ओपीडी के बाहर प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं। जिसे आज ही से ही बंद करा दिया जाये। अन्यथा विकास मंच डाक्टरों के मुहं काले कर बाजार में घुमाने के लिए बाध्य होगा। वार्ता के दौरान सीएमएस ए के मिश्रा ने कर्मचारियों पर अपना शिकंजा न कसने पर असमर्थता प्रकट की और कहा कि कर्मचारियों पर उचित कार्यवाही करने का ही परिणाम है कि उनके ऊपर हरिजन उत्पीड़न का मुकदमा होने जा रहा है। जिस पर मौके पर मौजूद विजय यादव ने कहा कि इस तरह की बात एक राजपत्रित अधिकारी को शोभा नहीं देती वह शासन के एक अंग हैं और अधिकारों का प्रयोग करें।
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बताते चलें कि विकास मंच ने बिजली व्यवस्था, सफाई व्यवस्था, रैन बसेरा को खोलने, डाक्टरों के बाहर से दवाई लिखने, डाक्टरों को ड्यूटी के दौरान प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को देखने आदि सम्बंधी ज्ञापन दिया गया था। मोहन अग्रवाल ने सीएमएस के सामने स्पष्ट रूप से कह दिया कि अगर चिकित्सक नहीं सुधरे और ओपीडी के समय अस्पताल के बाहर प्राइवेट चिकित्सालयों में प्रैक्टिस करते पाये गये तो मंच कार्यकर्ता उनका मुहं काला करेंगे। सीएमएस ने वार्ता के दौरान 15 दिनों में व्यवस्था सुधारने का आश्वासन दिया। इस दौरान सुरेन्द्र पाल, रजत यादव के अलावा जिला उपाध्यक्ष शिवेन्द्र यादव आदि मंच कार्यकर्ता मौजूद रहे।