सपा, बसपा और काग्रेस को वोट देने का मतलब सोनिया की सरकार

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amit shahलखनऊ। भाजपा नेता नरेंद्र मोदी के पार्टी संगठन में खास सिपहसालार और प्रदेश प्रभारी अमित शाह ने ब्रज में धमाकेदार एंट्री की। उन्होंने पहले कार्यक्रम में ही भाजपा की चुनावी लाइन को स्पष्ट कर दिया। बता दिया कि यह संदेश जनता में जाना चाहिए कि सपा, बसपा और काग्रेस को वोट देने के मायने क्या होंगे। उन्होंने मौखिक ही खींचे एक ग्राफ से साफ किया कि इन तीनों पार्टियों को मत का मतलब सोनिया की ही सरकार है।
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सोमवार को आगरा में व्यापारी सभा और सहकारिता प्रकोष्ठ के कार्यक्रमों में कार्यकर्ताओं की अच्छी-खासी संख्या थी। शाह ने अपने भाषण में सपा और बसपा का एक बार भी नाम नहीं लिया लेकिन तीखे अंदाज में सब कह दिया। दोनों दलों को छुटभइया बताकर कहा कि इन छुटभइयों को राजस्थान और मध्य प्रदेश में कोई जानता है? देश ऐसे हाथों में मत दीजिए। हमेशा से देश की बागडोर यूपी के हाथ में रही है, ऐसे में राष्ट्रवादी सोच वाली पार्टी की सरकार पर सोचें।

वहीं केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश नाजुक दौर से गुजर रहा है। भ्रष्टाचार की बात क्या करें? सोनिया, मनमोहन सिंह की यह सबसे भ्रष्ट सरकार है। देश की आर्थिक स्थिति की बात करें तो डॉलर वित्तमंत्री की उम्र से चलकर प्रधानमंत्री की उम्र के करीब पहुंच गया है। सरकार के विकास दर बढ़ने के दावे खोखले साबित हुए हैं।

उन्होंने देश और प्रदेश के खराब हालात का खाका खींचा। इसके बाद देश की इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही की 4.4 प्रतिशत विकास दर की गुजरात (9.8) और मप्र (9.6) से तुलना की। इसकी वजह बताते हुए कहा कि इन जगहों पर मोदी और भाजपा की सरकारें हैं। महंगाई ने हालात खराब किए हैं, जिससे बचत खत्म हो गई है। आम लोगों की बचत पहले 22 फीसद थी अब 14 फीसद रह गई है। आयात पर निर्भरता बढ़ती जा रही है और निर्यात कम होता जा रहा है। अमित शाह ने केंद्र में अटल सरकार की उपलब्धिया गिनाते हुए कहा कि एक समय भारत को महाशक्ति माना जाता था। मगर अब विदेशी भी कहने लगे हैं कि भारत का भविष्य अच्छा नहीं है।