FARRUKHABAD : सपा जिला कमेटी को हटाये जाने के बाद अब नगर अध्यक्ष की तरफ आला कमान की नजरें गड़वाने का प्रयास तेज हो गया है। आरोप यह माना जा रहा है कि वह सपा प्रत्याशी के समर्थन में कर्तव्यनिष्ठा से कार्य नहीं कर रहे हैं। जिसके लिए आला कमान को सूचनायें भी दी जा रहीं हैं।
होर्डिंग युद्ध में सपा प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव के होर्डिंग फड़वाने की गाज पहले ही जिलाध्यक्ष सहित पूरी कमेटी पर गिर चुकी है। लेकिन इसके बाद अब सपा महा नगर अध्यक्ष की बारी बतायी जा रही है। पूर्ण रूप से उर्मिला राजपूत के दाहिने हाथ माने जाने वाले सपा महानगर अध्यक्ष महताब खां पर आरोप प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है। सपा प्रत्याशी के समर्थन में रुचि न लेकर महानगर अध्यक्ष नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) में अपना रौब गांठकर काम करना महानगर अध्यक्ष को महंगा पड़ सकता है। महताब खां ने सपा प्रत्याशी बदलने के बाद रामेश्वर सिंह के साथ कार्यक्रमों में शिरकत कम कर दी या यूं कहिए, बिलकुल ही नहीं। वैसे तो शुरूआत में एक दो बार उर्मिला राजपूत व उनके करीबी महानगर अध्यक्ष महताब खा को रामेश्वर यादव के कार्यक्रमो में देखा गया. लेकिन जब से विजय सिंह ने रामेश्वर का दामन थामा है तब से दोनों ने प्रत्यासी से दूरिया बना ली.
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पार्टी सूत्रों की मानें तो महताब खां के स्थान पर पार्टी के ही एक वरिष्ठ नेता का नाम भी आला कमान के पास पहुंच गया है। जिस पर शीघ्र ही विचार हो सकता है।
इस सम्बंध में महानगर अध्यक्ष महताब खां ने बताया कि लोकसभा प्रत्याशी के कार्यक्रमों की सूचना अक्सर उन्हें नहीं दी जाती। इस बजह से वह कार्यक्रमों में नहीं पहुंच पाते। जिन कार्यक्रमों की सूचना मिलती है, वहां वह उपस्थित होते हैं। डूडा में सत्ता का रौब गांठकर काम कराने का आरोप भी निराधार है।