FARRUKHABAD : लोहिया अस्पताल में निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने चौकी इंचार्ज को लोहिया अस्पताल में खड़े वाहन हटाने के निर्देश दिये तो कर्मचारियों की गुन्डई के आगे नतमस्तक दरोगा ने डीएम को ही पट्टी पढ़ा दी और उनके निर्देशों को ताक पर रख दिया।
जिलाधिकारी पवन कुमार जब लोहिया अस्पताल का निरीक्षण कर रहे थे। उसी दौरान उनकी नजर अस्पताल के अंदर खड़े वाहनों पर गयी। निरीक्षण खत्म करने के बाद पुनः वह महज इसी बात के लिए लोहिया अस्पताल में घुसे कि खड़े हुए वाहन पुलिस के कब्जे में दे दिये जायें। ओपीडी में पहुंचे डीएम के सामने चौकी इंचार्ज इनाम सिंह यादव से डीएम ने लोहिया अस्पताल में खड़े सभी वाहनों को अपनी कस्टडी में लेने के निर्देश दिये। दरोगा इनाम सिंह कुछ देर लोहिया अस्पताल में टहलने के बाद पुनः लौट आया।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि दरोगा ने किसी वाहन को बाहर निकालने की बात कही तो लोहिया अस्पताल के एक कर्मचारी ने आंखें टेड़ी करते हुए कहा कि देखते हैं कौन वाहन निकालता है। इस पर दरोगा बैरंग लौट आया और डीएम को ही पट्टी पढ़ाते हुए कहा कि लोहिया अस्पताल में खड़े वाहन कर्मचारियों के हैं और वह चोरी होने के डर से वाहन अस्पताल में खड़े करते हैं। डीएम ने कहा कि अगर वाहन चोरी होने का डर है तो वाहन कर्मचारी अपने घर पर खड़े करें। लेकिन अस्पताल में कोई वाहन नजर नहीं आना चाहिए। जिसके बावजूद भी अस्पताल में वाहन खड़े रहे।