FARRUKHABAD : राममनोहर लोहिया अस्पताल में पहुंचे जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान महिला चिकित्सालय में उन्होंने एक फर्जी लिपिक को पकड़ा। हालांकि मौके पर लिपिक मौजूद नहीं था। डीएम ने महिला सीएमएस व सम्बंधित कर्मचारियों की जमकर क्लास इस बजह से और लगा दी क्योंकि लिपिक के बारे में महिला सीएमएस भी संतोषजनक जबाब नहीं दे सकीं। डीएम ने तत्काल लिपिक को हटाने के बाद मामले की सूचना खुद उन्हें मुहैया कराने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी पवन कुमार प्रातः तकरीबन 9 बजे लोहिया अस्पताल ओपीडी में पहुंचे। जहां उन्होंने मरीजों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके बाद डीएम ने एक्स -रे इत्यादि का निरीक्षण करने के बाद महिला विभाग में पहुंचे और सीएमएस डा0 सरोजबाला के कक्ष में बैठकर अभिलेखों के बारे में जांच पड़ताल की। जहां से वह सीधे जननी सुरक्षा योजना के कम्प्यूटर कक्ष में गये और अभिलेख तलब किये। मौके पर मौजूद कम्प्यूटर आपरेटर सचिन द्विवेदी से पूछताछ की। मौके से एक कम्प्यूटर आपरेटर वीनू कुमार गायब था। पूछताछ करने पर महिला सीएमएस सरोजबाला लिपिक को बचाने का प्रयास करने लगीं और कहा कि वह तीन घंटे की छुट्टी पर कहीं गया है। जिस पर डीएम ने विभाग के वरिष्ठ लिपिक संजय को भी तलब कर लिया और उससे वीनू कुमार की तैनाती, वेतन इत्यादि दिये जाने के विषय में जानकारी ली।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
वरिष्ठ लिपिक संजय ने डीएम को बताया कि वीनू को पूर्व सीएमएस तैनाती देकर गये थे। वह तकरीबन 6 वर्षों से कार्य कर रहा है। जिसका भुगतान जननी सुरक्षा योजना से आने वाले पैसे से किया जा रहा है और वह 10 बजे से 1 बजे तक ही बैठता है। इस बात को लेकर डीएम भड़क गये और उन्होंने पूछा कि क्या कहीं सरकारी अभिलेखों में 10 बजे से 1 बजे तक का कोई प्रावधान है। मौके पर मौजूद सीएमओ ने इस बात से इंकार कर दिया। महिला सीएमएस सरोज बाला कम्प्यूटर आपरेटर वीनू कुमार के बारे में कुछ बताने में सक्षम नहीं दिखीं तो जिलाधिकारी ने उसे तुरंत हटाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही साथ महिला कक्ष के परिवार कल्याण परामर्श केन्द्र औषधि वितरण कक्ष का भी निरीक्षण किया। महिला ओपीडी में औषधि वितरण कक्ष के बाहर भर्ती शुल्क 35 रुपये दीवार पर अंकित था। जिसे देखकर सीएमओ ने तत्काल महिला सीएमएस सरोज बाला को इसे मिटाने के निर्देश दिये और कहा कि भर्ती के लिए कोई शुल्क नहीं लगता।
जिलाधिकारी महिला ओपीडी से निकलकर आपातकालीन बार्ड के मुख्य द्वार पर पहुंचे तो उन्होंने बाहर लगे आर ओ प्लांट के विषय में जानकारी चाही तो सीएमएस पुरुष ए के मिश्रा स्पष्ट जानकारी नहीं दे सके तो डीएम ने नाराजगी जताते हुए आर ओ प्लांट के विषय में उन्हें रिपोर्ट भेजने की बात कही। साथ ही साथ बंद पड़े रैनबसेरा को भी खुलवाने के निर्देश कड़ाई से उन्होंने सीएमएस ए के मिश्रा को दिये। डीएम ने लोहिया अस्पताल की बदहाल बिजली व्यवस्था पर भी नाराजगी जतायी और सीएमएस से इस विषय में जबाब मांगा। डीएम ने कहा कि आपातकालीन बार्डों के इन्वर्टर बैट्रियां खराब बतायी जा रहीं हैं। जिन्हें शीघ्र ठीक कराइये, अन्यथा कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने अस्पताल में कर्मचारियों की गुन्डई व कामचोरी की शिकायत मिलने पर सीएमएस ए के मिश्रा से कहा कि वह रिपोर्ट बनाकर स्वास्थ्य मंत्री व प्रशासन को भेजें। जिस पर कार्यवाही की जायेगी। इसी दौरान लोहिया अस्पाल के सर्जन डा0 कमलेश शर्मा ने डीएम से डाक्टरों के सरकारी आवासों के बाहर सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही और कहा कि रात में बिजली चले जाने के बाद कुछ अराजकतत्व आवास कैम्पस में आकर हुड़दंग करते हैं। डीएम ने डा0 शर्मा की बात पर उन्हें आश्वासन दिया कि शीघ्र डाक्टरों के आवासों के आस पास पुलिस रात में चेकिंग अभियान चलायेगी। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राकेश कुमार भी मौजूद रहे।