84 कोसी' पर बोले मुलायम, 'देश में आतंक फैला रही BJP'

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Loksabha Mulauam“नई दिल्ली। अयोध्या में 84 कोसी परिक्रमा के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई पर आज लोकसभा में भारी हंगामा हुआ। इसे लेकर समाजवादी पार्टी ने जहां भारतीय जनता पार्टी पर लोगों की भावनाएं भड़काने, संविधान और उच्चतम न्यायालय के आदेश का उल्लंघन का आरोप लगाया वहीं बीजेपी ने इस यात्रा को पूरी तरह से गैर राजनीतिक बताते हुए सपा पर धार्मिक स्वतंत्रता का हनन करने का जवाबी आरोप लगाया और राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।

मुलायम का बीजेपी पर हमला

मुलायम सिंह यादव ने अयोध्या में वीएचपी की 84 कोसी परिक्रमा को लेकर कहा कि ये यात्रा सफल नहीं रही। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान पुलिस ने किसी पर बल का प्रयोग नहीं किया। उन्होंने लोकसभा में चेयरमैन के मार्फत बीजेपी से पूछा कि वो बार बार अयोध्या का मुद्दा क्यों उठा लेती है?
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लोकसभा में शून्यकाल में सपा नेता मुलायम सिंह यादव ने यह मामला उठाते हुए कहा कि अयोध्या का मामला कोर्ट में विचाराधीन है और सुप्रीम कोर्ट का वहां यथास्थिति बनाए रखने का आदेश है, लेकिन बीजेपी ने वहां फिर से माहौल खराब किया है। उन्होंने यात्रा रोकने की उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई को उचित बताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने इन लोगों को बंदी बनाकर हाईकोर्ट के निर्देश का पालन किया और संविधान की रक्षा की लेकिन बीजेपी के लोगों ने सपा कार्यालय पर हमला करके तोड़फोड़ की।
मुलायम ने कहा कि अयोध्या का मसला कोर्ट में है। बीजेपी के कारण देश में आतंक फैल गया है। बीजेपी संविधान को मानती नहीं है, ये क्या चाहते हैं? ये मैं जानना चाहता हूं। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में यथास्थिति बनाए रखने को कहा है। उत्तर प्रदेश सरकार उसपर अमल कर रही है। मुलायम ने कहा कि वीएचपी की परिक्रमा यात्रा नहीं रोकी गई।
उन्होंने कहा कि एक भी जनता ने 84 कोसी परिक्रमा का साथ नहीं दिया। संतों ने इनकी निंदा की है। संतों ने इनके खिलाफ प्रस्ताव पेश किया। मुलायम ने कहा कि परिक्रमा के लिए एक आदमी भी नहीं मिला। बीजेपी ने अयोध्या का मुद्दा क्यों उठाया? लोकसभा में मुलायम सिंह यादव ने सभी दलों के नेताओं से अपील की और कहा कि वो इसमें समाजवादी पार्टी का साथ दें।
इस बीच यादव ने कुछ ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं जिस पर बीजेपी के सदस्य भड़क गए। अध्यक्ष मीरा कुमार ने उनकी टिप्पणियो को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया। यादव ने कहा कि 84 कोसी परिक्रमा को लेकर संतों और आम जनता ने बीजेपी का समर्थन नहीं किया और वह अकेली पड़ गई है, इसलिए खिसियाहट में आकर पुलिस पर पिटाई का बेबुनियाद आरोप लगा रही है। उन्होने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा जनता का विश्वास लगातार खो रही है और अब वह दंगा कराने पर आमादा है।
आदित्यनाथ ने संभाला मोर्चा
यादव के बयान के बाद बीजेपी के योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाला और कहा कि अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा कोई अचानक नहीं आयोजित की गई थी। महाकुंभ के अवसर पर इलाहाबाद में दस हजार संतों ने इस परिक्रमा का फैसला लिया था। उन्होंने कहा कि यह परिक्रमा अयोध्या से 30 किलोमीटर दूर बस्ती जिले के मकोडा गांव से शुरू होनी थी और इस गैर राजनीतिक यात्रा में 200 से 250 संत शांतिपूर्ण ढंग से यात्रा कर लेते। उन्होंने कहा कि संविधान में सभी को अपने-अपने धार्मिक क्रियाकलाप की पूरी आजादी है, लेकिन राज्य सरकार ने यात्रा रोक कर और संतों को प्रताड़ित और अपमानित करके धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन किया है।
उन्होंने कहा कि दो हजार से ज्यादा संतों की गिरफ्तारी हुई। उन्हें सरयू नदी पर स्नान आचमन तक नहीं करने दिया गया और उन पर लाठी चलवाई गई। उन्होंने कहा कि संतों को यात्रा का हक है लेकिन उन्हें उनके हक से वंचित किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1984 मे कांग्रेस ने कोर्ट में एक हलफनामा दायर करके कहा था कि अगर अयोध्या मे विवादित स्थल पर रामजन्म भूमि होने की बात सिद्ध हो जाती है तो सरकार हिन्दू भावनाओं के अनुरुप कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि 2010 के इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ के फैसले में तीनों न्यायाधीशों ने माना था कि उक्त स्थल रामजन्म भूमि है।
उन्होंने सपा सरकार पर सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश मे 30 से अधिक दंगे हो चुके हैं और हर दंगे में हिन्दुओं को प्रताड़ित किया गया। उन्होंने राज्य की सपा सरकार पर आतंकवादियों के खिलाफ मुकदमे वापस लेने और दलितों, पिछड़ों के हक वाली सरकारी जमीन कब्रिस्तान के लिए आवंटित करने का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार को बर्खास्त किए जाने की मांग की।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में तीन प्रकार की परिक्रमा होती है। जिसमें 84 कोसी परिक्रमा एक है। मंदिर परिसर से डेढ किलोमीटर दूर से यात्रा शुरू होनी थी। यूपी सरकार ने धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन किया है। सूबे की सरकार ने संविधानिक और मौलिक अधिकारों का हनन किया है। यूपी सरकार को बर्खास्त करना चाहिए।
दूसरी तरफ वीएचपी का कहना है कि 20 दिन का परिक्रमा कार्यक्रम जारी रहेगा। और इस दौरान कार्यकर्ता हर रोज विरोध प्रदर्शन करेंगे। वीएचपी प्रवक्ता प्रकाश शर्मा ने कहा कि वीएचपी का 20 दिन का कार्यक्रम यथावत है। हम प्रतिदिन संघर्ष करेंगे या परिक्रमा निकालने का प्रयास करेंगे। सरकार को जितना दमन करना है वो दमन करे।