नई दिल्ली। धार्मिक प्रवचन देने वाले गुरु आसाराम की आशा तब जागी जब जोधपुर पुलिस ने उन्हें धारा 376 से बरी कर दिया| नाबालिग से यौन शोषण के आरोपी आसाराम को जोधपुर पुलिस ने नोटिस भेजकर चार दिन के अंदर हाजिर होने को कहा था| पूछताछ के बाद जोधपुर पुलिस ने आसाराम को राहत देते हुए उन पर बलात्कार का मामला नहीं चलाने का फैसला किया है। पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 376 हटाने का फैसला किया है।
छिंदवाड़ा के गुरुकुल आश्रम के संचालक, हॉस्टल वॉर्डन और आसाराम के प्रमुख सेवादार शिवा को भी पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया है। वहीं आसाराम के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने की एक याचिका जोधपुर हाईकोर्ट में दाखिल की गई है। इससे पहले पुलिस ने रविवार को आश्रम के वॉर्डन और बच्चों से भी पूछताछ की| पीड़ित लड़की के भाई का भी बयान दर्ज किया गया है|
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दूसरी ओर छिंदवाड़ा में धर्म सेना के कार्यकर्ताओ ने आसाराम के आश्रम के सामने बापू का पुतला जलाया वही भारतीय गोंडवाना पार्टी ने आश्रम बंद करने के लिए ज्ञापन सौपा| आसाराम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें बदनाम करने के लिए उनके खिलाफ साजिश रची गई है। आसाराम बापू ने कहा, आरोपी, आप बताओ साजिशकर्ताओं ने कैसे खेल रचा। उसने दीक्षा भी ली। वो मेरी बेटी है और वो मेरे बेटे की बहन लगती है।
आसाराम के बयान से साफ है कि वो ये नहीं मानते कि पीड़ित लड़की के साथ बलात्कार या किसी तरह का यौन शोषण हुआ है। यानि खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए आसाराम ने भावनात्मक पैंतरा चला है। आसाराम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें बदनाम करने के लिए उनके खिलाफ साजिश रची गई है। आसाराम बापू ने कहा, आरोपी, आप बताओ साजिशकर्ताओं ने कैसे खेल रचा। उसने दीक्षा भी ली। वो मेरी बेटी है और वो मेरे बेटे की बहन लगती है।
आसाराम पर 16 साल की एक लड़की ने आरोप लगाया था कि जोधपुर के आश्रम में आसाराम ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। आसाराम के खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज हुए छह दिन बीत चुके हैं, लेकिन उनकी गिरफ्तारी तो दूर पूछताछ तक नहीं हुई है।