नई दिल्ली। मुंबई गैंगरेप पर सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने आपत्तिजनक बयान देकर विवाद पैदा कर दिया है। नरेश अग्रवाल ने कहा कि सिर्फ कड़े कानून से ही रेप के मामले नहीं रुकेंगे, सामाजिक सोच को भी बदलना पड़ेगा। रहन-सहन कपड़े किस तरह के होते हैं, ये भी देखना पड़ेगा। अशिक्षा इसमें बहुत बढ़ी चीज़ है, इन सभी बिंदुओं पर सोचना पड़ेगा। आजकल की टीवी संस्कृति से भी माहौल बिगड़ा है।
उधर, नरेश अग्रवाल के इस बयान का महिलाओं ने पुरजोर विरोध किया है। महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने नरेश से माफी मांगने की मांग की। वहीं केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ ने कहा कि हर जगह की ड्रेस होती है। ऐसे बयान इनकी सोच दिखाता है।
बयान पर विवाद के बाद नरेश अग्रवाल ने कहा कि हमने बयान एक खास परिपेक्ष्य में दिया है, फिर आप लोग काटकर चाहे जो दिखा दें। हमने कहा कि समाज को भी देखना चाहिए। कानून से पूरी तरह तो अपराध नहीं रुक सकता। ऐसी ऐसी फिल्में, धारावाहिक बनते हैं जो नहीं बाप-बेटे साथ बैठकर नहीं देख सकते। वेस्टर्न कल्चर को पूरी तरह नहीं उतारा जा सकता।
ये पहला मामला नहीं है जब किसी नेता ने रेप पर इस तरह का बेतुका बयान दिया हो। इस तरह के बयानों का एक लंबा सिलसिला है। खुद प. बंगाल की मुख्यमंत्री भी इस तरह का बयान दे चुकी हैं। उन्होंने एक बार कहा था कि बढ़ती आबादी रेप के मामलों के लिए जिम्मेदार है। वहीं मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि महिलाओं को मर्यादा में रहना चाहिए। आरएसएस भी कह चुका है कि रेप के मामले गांवों के मुकाबले शहरों में ज्यादा होते हैं। राष्ट्रपति के पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने भी दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान महिलाओं पर फब्ती कसी थी।
उधर, आज लोकसभा में मुंबई गैंगरेप का मामला उठा। बीजेपी सांसद गोपीनाथ मुंडे ने सदन में मुंबई गैंगरेप का मामला उठाया। मुंडे ने मांग की कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र सरकार से इस मामले में रिपोर्ट मांगे। वहीं जया प्रदा ने कहा, मुझे लगता था कि मुंबई सुरक्षित है, लेकिन मैं आज ऐसा नहीं सोच सकती।
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