नहीं थम रहा गंगा के पानी का वेग, रामगंगा भी हुई प्रचंड

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FARRUKHABAD : गंगा व रामगंगा की बाढ़ से जनपद के निचले ग्रामों में त्राहि-त्राहि मची हुई है। लोगों को खुद व जानवरों को बचाने के लाले पड़े हुए हैं। रात दिन एक कर लोग अपने सामान इत्यादि को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। बीते कई दिनों से गंगा में छोड़े जा रहे पानी का वेग बढ़ा हुआ है, जिससे जल स्तर बढना जारी है। गंगा व रामगंगा नदियों के प्रचंड वेग से ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश सड़कें अस्तित्वविहीन हो चुकी हैं।
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शमसाबाद क्षेत्र के दर्जनों ग्रामों में ग्रामीणों के घरों में पानी घुस चुका है। जिससे ग्रामीणों ने अब या तो बाढ़ शरणालयों के लिए पलायन कर दिया है या फिर अपनी अपनी रिश्तेदारियों में सामान व पशु पहुंचा रहे हैं। लगातार गंगा व रामगंगा में छोड़े जा रहे पानी से एक दो दिन में जल स्तर कम होने के भी आसार दिखायी नहीं देते। शनिवार को गंगा का जल स्तर 136.10 मीटर पर दर्ज किया गया। वही नरौरा बांध से गंगा नदी में 208321 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे बाढ़ की विभीषिका और बढ़ सकती है। रामगंगा के जल स्तर में 5 सेमी की वृद्वि दर्ज की गयी। अब तक रामगंगा का जल स्तर 136.20 मीटर था जो अब बढ़कर 136.25 मीटर पर पहुंच गया है।
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जिससे राजेपुर क्षेत्र के ग्राम गौटिया, बली पट्टी, रानीगांव आदि दर्जनों गावों में पानी भर चुका है। कायमगंज क्षेत्र के ग्राम सिनौली, अहमदगंज, खजुरिया, अकाखेड़ा, गंडुआ में भी कमर से ऊपर पानी भर चुका है। Floodशमसाबाद क्षेत्र के ग्राम वाजिदपुर, सुल्तानगंज खरेटा, भकुसी, न्यामतपुर भकुसा, मीरगंज आदि दर्जनों गांव गंगा की बाढ़ में जलमग्न हो चुके हैं। चारे तरफ सैलाब के अलावा और कुछ दिखायी नहीं दे रहा। जिससे ग्रामीणों में पानी और अधिक बढ़ने का भय सता रहा है और ग्रामीण पक्के मकानों में न रहकर कच्चे मकानों में रहना ज्यादा पसंद करते हैं। यही हाल कमालगंज क्षेत्र के बाढ़ पीडि़तों का है। जहां पर लोग जलभराव से रात रात भर जागकर गुजार रहे हैं। ग्रामीणों को भय सता रहा है कि कहीं उनके घरों की दवारें धंस न जायें और कोई हादसा न हो जाये।