FARRUKHABAD : बाजारों की चमक दमक व पाश्चात्य सभ्यता ने भारतीय संस्कृति को तार तार कर दिया है। जहां एक तरफ युवक व युवतियों में कुवांरे पर ही कच्ची उम्र में प्रेम सम्बंध बनाने का एक चलन सा चल गया है वहीं उम्र दराज लोग शादी शुदा जिंदगी के बाद भी रंगीन मिजाजी के चलते दूसरी रखैल रखना अपना शौक समझ रहे हैं। जिसको लेकर आये दिन विवाद व हत्यायें हो रही हैं। बीते दिन भी नबावगंज क्षेत्र के ग्राम गढि़या बबुरारा में बड़े भाई द्वारा रखैल को घर लाने का छोटे भाई के विरोध करने पर उसे गोलियों से भून दिया। छोटे भाई की हालत गंभीर बनी हुई है।
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नबावगंज क्षेत्र के ग्राम गढि़या बबुरारा निवासी धर्मवीर पुत्र कुंवर सिंह की कई वर्ष पूर्व शादी हो चुकी है। इसके बाद भी धर्मवीर के रंगीन मिजाजी के चलते गांव की ही एक महिला से प्रेम सम्बंध हो गये। प्रेम सम्बंध कुछ इस कदर बढ़े कि धर्मवीर ने महिला को रखैल बनाकर घर में ही रखने की ठान ली। जिसका परिजन पहले से ही विरोध कर रहे थे।
बीते दिन धर्मवीर अपनी तथा कथित रखैल को घर लेकर आये और कहा कि वह उसे घर में ही रखैल बनाकर रखेगा। लेकिन मुस्लिम महिला होने की बजह से धर्मवीर के छोटे भाई हरिनंदन को यह बात नागवार गुजरी। उसने कहा कि वह उस महिला को किसी कीमत पर घर में नहीं रखने देगा। दोनो भाइयों में महिला को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद धर्मवीर महिला को छोड़ने उसके घर चला गया और छोटे भाई से कहा कि वह उसे आकर देखेगा।
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धर्मवीर वापस नशे में धुत्त होकर घर पर आया और आव देखा न ताव घर में रखी देशी राइफल निकाल कर छोटे भाई हरिनंदन के ऊपर फायरिंग शुरू कर दी। हरिनंदन के पहली गोली जांघ में लगती हुई पार कर गयी। दूसरी गोली हरिनंदन के शरीर में लगने से वह अचेत अवस्था में जमीन पर गिर गया। फायरिंग की आवाज सुनकर पड़ोसी ग्रामीण दौड़कर जब तक आये धर्मवीर वहां से भाग चुका था। ग्रामीण रात में ही हरिनंदन को ट्रैक्टर पर रखकर लोहिया अस्पताल आये व थाना नबावगंज पुलिस को सूचना दी। हरिनंदन की हालत गंभीर देखते हुए उसे प्राइवेट अस्पताल के लिए रिफर कर दिया गया। ग्रामीणों के अनुसार धर्मवीर रंगीन मिजाज का व्यक्ति है। उसके व मुस्लिम महिला के कई वर्षों से प्रेम प्रसंग चला आ रहा है। जिसको लेकर पहले भी कई बार गांव में चर्चायें गर्म रहीं।