FARRUKHABAD : थाना राजेपुर क्षेत्र के ग्राम शेराखार वनाकट निवासी 35 वर्षीय जगदीश पुत्र रामभरोसे बाथम की बीती रात शराब पीने से तबियत बिगड़ने के बाद लोहिया अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गयी थी। परिजनों को उसके ही साथियों पर शक है। पुलिस मामले की जांच में जुट गयी।
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मृतक जगदीश की पत्नी सुशीला ने बताया कि बीते रविवार को गांव के ही सुग्रीव पुत्र विश्वनाथ, विकास पुत्र जयपाल चैहान, रजनीश पुत्र बालेश्वर कठेरिया, मझले पुत्र सोनपाल कठेरिया, हरिचरण पुत्र खुशीराम के घर पर आये थे। सुग्रीव ने उससे अपने साथ चलने को कहा। क्योंकि सुग्रीव को अपना शौचालय ठीक कराना था। जिसके बाद जगदीश को उक्त पांचों लोग अपने साथ ले गये। देर रात तक जगदीश नहीं लौटा। रात तकरीबन 12 बजे उक्त पांचों ग्रामीण जगदीश को लेकर उसके घर पहुंचे और उसकी पत्नी सुशीला से कहा कि वह दारू पिये है। सुबह तक उसकी हालत काफी बिगड़ गयी तो रविवार दोपहर तकरीबन एक बजे जगदीश को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी थी।
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जगदीश का विवाह पड़ोसी जनपद शाहजहांपुर के मोहल्ला कानून गोयान जलालाबाद से खुशीराम की पुत्री सुशीला के साथ हुआ था। जिससे उसके तीन पुत्र हैं। सूचना मिलने पर मृतक के परिजन लोहिया अस्पताल पहुंच गये। कादरीगेट चैकी इंचार्ज इनाम सिंह यादव ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। लेकिन पोस्टमार्टम में जगदीश की मौत की बजह की पुष्टि नहीं हो सकी। इसके बाद चिकित्सकों ने विसरा सुरक्षित कर लिया। जगदीश का पोस्टमार्टम लोहिया अस्पताल के फिजीशियन डा0 एच पी श्रीवास्तव ने किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एल्कोहल की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
इस सम्बंध में राजेपुर थानाध्यक्ष ए के सिंह ने बताया कि उन्हें घटना के सम्बंध में फिलहाल अभी तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। मामला उनके संज्ञान में है। तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।