लखनऊ। जेल मंत्री राजेन्द्र चौधरी के कन्नौज जेल में अनियमितता की जांच का आश्वासन देने के बाद से वहां के हालात और खराब हो गए हैं। कल एक बंदी ने जेल प्रशासन की पिटाई से क्षुब्ध होकर बैरक के बाहर बने शौचालय में फांसी लगा ली। उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद जेल में गुस्साए कैदियों ने बंदी रक्षकों पर पथराव किया। देर रात तक कैदी जेल की छत पर चढ़कर जेल प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते रहे। स्थिति काबू करने के लिए कई जिलों से अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी।
कन्नौज के जलालाबाद क्षेत्र के अनौगी में स्थित जिला जेल में बैरक नंबर तीन में कन्नौज के तेहरी पुरवा, चंदौली थाना ठठिया का कमलेश (48) गैरइरादतन हत्या के आरोप में बंद था। कल सिपाहियों ने किसी बात पर उसकी पिटाई कर दी थी। इससे क्षुब्ध होकर कमलेश रात में फांसी पर झूल गया। कैदियों की जब नजर पड़ी तो हो हल्ला हुआ। कैदियों और बंदी रक्षकों ने उसे फांसी से नीचे उतारा। जेल में तैनात चिकित्सक ने उसकी हालत गंभीर देख जिला अस्पताल भेजा। जब तक उसे जिला अस्पताल लाया जाता, तब उसने दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर पीएम यादव ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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घटना के विरोध में कैदियों ने जेल प्रशासन पर पथराव कर दिया। इसमे कई बंदी रक्षक घायल हो गए। देर रात तक जेल में उपद्रव होता रहा। उपद्रव की जानकारी होने जिलाधिकारी रूपेश कुमार, पुलिस अधीक्षक हरिनारायण सिंह समेत आला अधिकारी पहुंचे। जेल में हालत नियंत्रण से बाहर होने पर पुलिस फोर्स और पीएसी बुलानी पड़ी। बंदियों ने जेल की छतों पर चढ़कर जेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।