नई दिल्ली। नोएडा की निलंबित एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के मामले में यूपी सरकार और केंद्र सरकार के बीच सियासी विवाद गहराता जा रहा है। समाजवादी पार्टी ने केंद्र सरकार पर जबरदस्त हमला करते हुए कहा है कि वो अगर चाहे तो सूबे में नियुक्त आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को वापस बुला ले। समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव केंद्र से राज्य में काम कर रहे सारे आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को वापस बुलाने की बात करेंगे। वो अपने राज्य के पीसीएस से ही काम चला लेंगे।
समाजवादी पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि इससे पहले भी सूबे में बहुत सारे निलंबन हुए हैं। नवंबर 2009 को आईएएस अफसर हरविंदर राज सिंह को खुदकुशी करनी पड़ी थी। देश के दूसरे राज्यों में तमाम तरह के अधिकारी सस्पेंड हुए हैं। अकेले यूपी में ही पिछली मायावती सरकार में 36 सीनियर आईपीएस अधिकारी सस्पेंड हुए। ये प्रशासनिक मामला है और इस मामले को जो पार्टियां राजनैतिक रंग दे रही हैं, वो उनको नहीं देना चाहिए। रामगोपाल यादव ने सोनिया गांधी द्वारा लिखे गए लेटर पर कहा कि उनको लेटर लिखने की कोई आवश्यकता नहीं थी। ये केंद्र-राज्य संबंध खराब करने की कोशिश है।
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एक सवाल के जवाब में रामगोपाल ने कहा कि अगर सूबे में आईएएस और आईपीएस संतुष्ट नहीं हैं तो यूपी सरकार राज्य के पीपीएस और पीसीएस अधिकारियों से काम चला लेगी। ये दिल्ली वापस चले जाएं। यादव ने ताजा विवाद के मद्देनजर कहा कि केंद्र सरकार चाहे तो आईएएस और आईपीएस को वापस बुला ले। पहले भी लोगों ने ऐसा कहा है और जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री अखिलेश भी यही कहेंगे।