कमालगंज (फर्रुखाबाद): बीते दिनों बिहार में मिड डे मील खाने से दर्जनों बच्चों की मौत की खबर आने के बाद से जनपद के जिलाधिकारी द्वारा मिड डे मील के प्रति सख्ती बरतते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारियों को राशन की सेम्पुलिंग करने व प्रधानचार्यों को प्रति दिन खाना खाकर देखने के निर्देश दिये गये थे। लेकिन जनपद के अधिकारियों व कर्मचारियों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ा और कमालगंज क्षेत्र के ग्राम आजाद नगर में सोमवार को फफूंद लगा कड़ुवा दलिया बच्चों को परोस दिया गया। जिसे मासूम बच्चों ने खुद ही खाने से मना कर दिया और प्रधान के घर जाकर शिकायत की।
सोमवार को कमालगंज विकासखण्ड के प्राथमिक विद्यालय आजाद नगर के प्रधानाध्यापक मोहम्मद मुफीद ने मासूमों के लिए रसोइयों से दलिया बनवाया। फफूंद लगा दलिया रसोइयों द्वारा पकाकर छात्र छात्राओं के आगे परोस दिया गया। जब दलिया में कड़वाहट हुई तो मासूमों ने खाना खाने से मना कर दिया। इसके बाद बच्चे प्लेटें लेकर प्रधान पति बहबुद्दीन के घर पर पहुंच गये। प्रधान ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को सूचना दी। खण्ड शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पका दलिया देखा तो कड़वाहट थी। जिसके बाद उन्होंने पकाये गये कच्चे दलिया को देखा तो उसमें फफूंदी लगी थी।
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जिस पर खण्ड शिक्षा अधिकारी सुमित कुमार ने रसोइया महनाज, जैतुन्निसा, पीड़न बेगम से पूछा कि उन्होंने फफूंद लगा दलिया क्यों बनाया। रसोइयों ने कहा कि उनसे प्रधानाध्यापक ने कहा कि इसी दलिया को बना दो, तो उन्होंने बना दिया।
खण्ड शिक्षा अधिकारी ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय से कक्षा दलिया मंगवाकर दोबारा बनवाया और बच्चों को खिलवाया। जिसके बाद फफूंद लगे दलिया का सेम्पुल लेकर अधिकारियों से बात की गई.उन्होंने देर शाम बताया दोषी प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया गया है.
वही प्रधान पति बहबुद्दीन का कहना है की उनका मिड डे मील से कोई वास्ता नहीं है. प्रधानाध्यापक खुद राशन लाकर बनवाते है. इस सम्बन्ध में उन्होंने लिखकर भी दे दिया है.